Haryana Elelction : कुमारी सैलजा ने किसके लिए कहा- 'पार्टी में कुछ लोग BJP के साथ मिलकर खेला खेलते हैं'

बृजेश उपाध्याय

30 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 30 2024 4:18 PM)

एक इंटरव्यू में सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा- 'हमारी पार्टी में कुछ लोग हैं, जो खेला खेलते हैं. बीजेपी के साथ मिलीभगत कर चलते हैं. मैं तो सीधी और सपाट बात कहती हूं.'

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तस्वीर: कुमारी शैलजा के सोशल मीडिया X से.

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कुमारी सैलजा ने सीएम बनने की बात पर भी जाहिर की अपनी मंशा.

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टिकट बंटवारे पर भी कुमारी सैलजा ने कहा- दुख होता है.

हरियाणा चुनाव में प्रचार जोरों पर है. इसी बीच हरियाणा में रह-रहकर कांग्रेस पार्टी में अंदरुनी कलह की सुगबुगाहट तेज हो जा रही है. पिछले दिनों एक पूूर्व विधायक और भपेंद्र सिंह हुड्‌डा के समर्थक का वीडियो वायरल होने के बाद कुमारी सैलजा प्रदेश में दलित राजनीति को लेकर केंद्र में गईं. हालांकि इस मामले पर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कई बार कई मंचों पर बयान देकर पार्टी के भीतर कलह को अंदरुनी मामला बताकर अपना दर्द भी बयां करने के साथ बीजेपी को जमकर कोस भी चुकी हैं. एक दैनिक अखबार को दिए इंटरव्यू में एक बार फिर कुमारी सैलजा ने पार्टी के भीतर खेल की तरफ इशारा किया है. 

अमर उजाला को दिए इंटरव्यू में सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा- 'हमारी पार्टी में कुछ लोग हैं, जो खेला खेलते हैं. बीजेपी के साथ मिलीभगत कर चलते हैं. मैं तो सीधी और सपाट बात कहती हूं.' टिकट बंटवारे में अनदेखी के सवाल पर भी कुमारी शैलजा ने बेबाकी से जवाब दिया. 

टिकट बंटवारे पर सैलजा बोलीं- हां दुख हुआ

टिकट बंटवारे में अनदेखी के सवाल पर कुमारी सैलजा बोलीं- निश्चित तौर पर दुख हुआ, दिल भी दुखा. जिन लोगों के लिए हम काम कर रहे थे, उनको न्याय नहीं दिला पाए. सभी को साथ लेकर चलने वाले का ही बड़ा दिल होता है. यहां (कांग्रेस पार्टी में) काफी लोग ऐसे हैं, जो खुद को बहुत बड़ा मानते हैं, लेकिन उनका दिल बहुत ही छोटा है.

कुमारी सैलजा बनना चाहती हैं सीएम फेस?

हरियाणा चुनाव में अभी कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है. ऐसे में चर्चा ये भी है कि पार्टी दलित और महिला के चेहरे पर दांव खेलते हुए कुमारी सैलजा को ये मौका दे सकती है. हालांकि जब इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- 'राजनीति में लोगों की कम से कम एक पद और एक कुर्सी की इच्छा होती है. काम करने के लिए तो ये चाहिए ही.' सैलजा ने आगे कहा- मैंने तो काफी पहले ही कह दिया था कि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी. हाईकमान का आदेश हुआ तो लड़ी. मैं तो विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थी पर नहीं लड़ रही हूं. अंतिम फैसला हाईकमान का ही होता है.

वो वीडियो जिसे लेकर शुरू हुआ घमासान

दरअसल ये पूरा मामला एक वीडियो का है जो इस विधानसभाचुनाव के दौरान वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो में हरियाणा के ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बेनीवाल दिख रहे हैं. वे इस वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि सैलजा के पल्ले क्या है? उनके पल्ले कुछ भी नहीं है. यहां सभी वोट हुड्‌डा और मेरे हैं. बताया जाता है कि भरत सिंह बेनीवाल हुड्‌डा गुट के हैं. इस बीच उनका ये बयान सोशल मीडिया पर यह कहते हुए वायरल हुआ कि एक दलित नेता हुड्‌डा के लोगों के गले क्यों नहीं उतर रही. 

इस वीडियो के बाद BJP और BSP ने दिया ऑफर 

इस वीडियो के वायरल होने के बाद हरियाणा चुनाव के बीच घमासान मच गया. विपक्षी पार्टियां भी मौका देख मामले में कूद गईं. बसपा नेता आकाश आनंद ने ट्वीट कर कहा- "कुमारी सैलजा एक बड़ी दलित नेता हैं, लेकिन कांग्रेस में उन्हें सम्मान नहीं मिलता. हम कुमारी सैलजा का पूरा सम्मान करते हैं और उन्हें बसपा में आने का ऑफर देते हैं."

खट्‌टर ने दिया BJP में आने का ऑफर 

इधर बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने भी वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उनकी दलित बहन का अपमान हुआ है, लेकिन हुड्डा और गांधी परिवार को कोई शर्म नहीं आई. साथ ही उन्होंने कुमारी सैलजा को पार्टी में आने का ऑफर दे दिया. 

हुड्डा को करनी पड़ी प्रेस कान्फ्रेंस 

इधर मामले को बिगड़ता देख भपेंद्र सिंह हुड्‌डा को सैलजा मामले में बयान जारी करना पड़ा. उन्होंने कहा- विरोधी दल जानबूझकर समाज को बांटने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी जातिगत विभाजन की राजनीति फैला रही है, जबकि कांग्रेस हरियाणा की सभी बिरादरियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रही है.

कब और कहां का है ये वीडियो? 

कई फैक्ट चेक में पाया गया है कि ये वीडियो 2023 का है. ध्यान देने वाली बात है कि भपेंद्र सिंह हुड्‌डा के गुट के माने जाने वाले भरत सिंह बेनीवाल साल 2005 में दड़बा हलका विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. साल 2010 और 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. नवंबर 2021 में ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद कुमारी सैलजा ने बेनीवाल को नोटिस भेजते हुए उनकी नकारात्मक भूमिका को लेकर जवाब मांग लिया था. इस चुनाव में कांग्रेस ने ऐलनाबाद से भरत सिंह बेनीवाल को टिकट दिया है. यहां महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव संतोष बेनीवाल भी दावेदार थीं पर टिकट कट जाने से वे नाराज हो गईं. हालांकि बाद में उन्होंने  बेनीवाल को समर्थन दे दिया.

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