Brijbhushan Sharan Singh: हरियाणा में अगले महीने विधानसभा चुनाव हैं. चुनाव से पहले बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीते दिन विनेश और बजरंग पूनिया कांग्रेस में शामिल हुए थे. बृजभूषण शरण सिंह ने हमारे सहयोगी चैनल आजतक से बात करते हुए विनेश और बजरंग पूनिया को लेकर कहा है कि वह कांग्रेस के षड्यंत्र का चेहरा थीं, जिसे दीपेंद्र हुड्डा और हुड्डा परिवार ने उनके खिलाफ रचा था. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस का यह षड्यंत्र अब बेनकाब हो गया है और वह कोर्ट से बेदाग और साफ-सुथरे साबित होंगे.
ADVERTISEMENT
'झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश की गई'
बृजभूषण ने कहा कि उन पर यौन उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाकर फंसाने की कोशिश की गई, लेकिन अब यह साजिश सबके सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से उनके खिलाफ साजिश रची जा रही थी और इस साजिश के तहत पूरे आंदोलन को प्लान किया गया, जिसमें फंडिंग भी की गई. उनका दावा है कि कांग्रेस ने अब विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को उसी षड्यंत्र के इनाम के रूप में कुछ दिया है.
बृजभूषण ने विनेश फोगाट पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उन्होंने वाकई छेड़छाड़ की होती, तो विनेश को उसी वक्त उन्हें थप्पड़ मारना चाहिए था. उन्होंने यह भी कहा कि विनेश कांग्रेस के षड्यंत्र का हिस्सा थीं और इसी कारण से उन्हें फंसाया गया.
बृजभूषण ने कहा कि अदालत में पेश किए गए छेड़छाड़ के समय और तारीख के अनुसार, वह उस दिन मौजूद ही नहीं थे. उन्होंने दावा किया कि उस वक्त वह सर्बिया में थे और दो दिन लखनऊ में, जिसके पुख्ता सबूत कोर्ट में पेश किए गए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि कोर्ट भी जल्द ही इंसाफ करेगी और सच्चाई सामने आएगी.
मैं खुश हूं कि विनेश गोल्ड नहीं जीती- बृजभूषण
विनेश फोगाट के ओलंपिक में गोल्ड नहीं जीतने पर बृजभूषण ने कहा कि वह खुश हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विनेश ओलंपिक में जाने की हकदार नहीं थीं और उन्होंने दूसरे खिलाड़ी का हक छीना था. बृजभूषण ने कहा कि जिस खिलाड़ी ने ट्रायल में विनेश को हराया था, उसे नजरअंदाज करके विनेश को ओलंपिक में भेजा गया, और इस कारण जो हुआ वह सही था.
'विनेश ने दूसरे रेसलर्स का हक मारा'
बृजभूषण का आरोप है कि विनेश फोगाट ने दो कैटेगरी में ट्रायल दिया था—50 किग्रा और 53 किग्रा. उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रायल के समय विनेश का वजन चार किलो ज्यादा था, लेकिन कुश्ती फेडरेशन के अधिकारी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने विनेश के दबाव में आकर सब कुछ मान लिया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कोई मलाल नहीं है कि विनेश ओलंपिक में गोल्ड नहीं जीत पाईं, क्योंकि उन्होंने दूसरे का हक मारकर वहां पहुंचने की कोशिश की थी. बृजभूषण ने यह भी स्पष्ट किया कि वह हरियाणा में चुनाव प्रचार करने या विनेश को हराने की कोई मंशा नहीं रखते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव पार्टियों का मामला है और पार्टियों को ही चुनाव लड़ने देना चाहिए.
ADVERTISEMENT