कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल और बिहार ये चार स्विंग स्टेट बिगाड़ेंगे बीजेपी का खेल, आशुतोष का बड़ा दावा, समझिए  

News Tak Desk

31 May 2024 (अपडेटेड: May 31 2024 5:58 PM)

आशुतोष ने कहा कि, चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के नेता अति उत्साहित हो गए और उनको लगा की यह चुनाव एकतरफा है और वह आसानी से चुनाव जीत जाएंगे. ओवर कॉन्फिडेंस में उन्होंने प्लान-बी नहीं बनाया. इसका खामियाजा उन्हें सीटें गवां कर भुगतना पड़ सकता है.

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Senior Journalist Ashutosh: लोकसभा चुनाव अपने आखिरी दौर में है. सातवें चरण का मतदान कल यानी 1 जून को होना है. चुनाव के नतीजे 4 जून को आने वाले है. कल शाम 6 बजे के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आ जाएंगे. चुनाव के नतीजे आने से पहले सभी की निगाहें इसी बात पर टिकी है कि, देश में इस बार NDA या INDIA किसकी सरकार बन रही है? इसी बात को समझने के लिए न्यूजतक ने वरिष्ठ पत्रकार और राजनैतिक विश्लेषक आशुतोष से खास बातचीत की है. आइए आपको बताते हैं लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर क्या है आशुतोष का अनुमान? 

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चार स्विंग स्टेट बिगाड़ेंगे बीजेपी का खेल 

कर्नाटक में बीजेपी नहीं दुहरा पाएगी अपना पिछला प्रदर्शन 

न्यूजतक के साथ खास बातचीत में आशुतोष ने बताया कि, इस चुनाव में चार स्विंग स्टेट है जो बीजेपी का काम खराब कर सकते है. यह चार स्टेट है बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक है. पिछले चुनाव में बीजेपी ने इन चारों राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया था. हालांकि इस चुनाव में बीजेपी के लिए अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराना मुश्किल दिख रहा है. आशुतोष ने बताया कि, कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें है. पिछली बार बीजेपी ने 28 में से 25 सीटें जीती थी. इस बार बीजेपी खुद 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 3 सीट पर बीजेपी की सहयोगी दल जनता दल सेक्युलर (JDS) चुनाव लड़ रही है. आशुतोष का अनुमान हैं कि, कर्नाटक में बीजेपी की सीट काफी कम होगी. 

महाराष्ट्र में NDA को होगा बड़ा नुकसान

ऐसे ही महाराष्ट्र को लेकर आशुतोष ने बताया कि, बीजेपी ने महाराष्ट्र में NCP और शिवसेना पार्टी को तोड़ कर प्रदेश की पूरी राजनीति कन्फ्यूज कर दी है. प्रदेश में उद्धव ठाकरे और शरद पवार के लिए सहानभूती की लहर है. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और अजित पवार की हालात बहुत खराब है. महाराष्ट्र में इस बार बीजेपी 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. आशुतोष का अनुमान हैं कि, प्रदेश में बीजेपी को 7 से 8 सोटों का नुकसान होता हुआ दिख रहा है. अगर थोड़ी भी हवा चल गई तो महाराष्ट्र में बीजेपी-NDA को बड़ा नुकसान हो सकता है. 

बिहार में नीतीश कुमार की हालत है बहुत खराब

बिहार में लोकसभा की 40 सीटें है. पिछले चुनाव में NDA ने 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. महागठबंधन के हाथ में सिर्फ किशनगंज की सीट आई थी. पिछले चुनाव में बिहार में नीतीश कुमार एक बड़ा फैक्टर थे. पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार नीतीश कुमार की लोकप्रियता काफी कम हुई है. इस चुनाव में नीतीश कुमार बीजेपी के लिए एक बोझ से बन गए है. इसके विपरीत तेजस्वी यादव की लोकप्रियता में बड़ा इजाफा हुआ है. यही वजह है कि, बिहार में NDA की सीटें घटती हुई दिख रही है. 

बंगाल पर आशुतोष ने बताया कि, पिछले चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. अगर बंगाल में बीजेपी अपनी सिटिंग सीटों को जीत नहीं पाती है तो उनके लिए केंद्र में अपने दम पर सरकार बना पाना मुश्किल हो जाएगा. हालांकि आशुतोष का मानना है कि, इन चारों राज्यों में बीजेपी अपनी टैली इम्प्रूव करने की बजाय नीचे जाती हुई दिख रही है.

क्या तीसरी बार बनेगी बीजेपी की सरकार?

आशुतोष ने बताया कि, पिछले दो-तीन महीने में चुनाव ने अपना रूख बदला है. जनवरी में लोकसभा चुनाव एकतरफा दिख रहा था. लेकिन चुनाव करीब आते ही बीजेपी को कड़ी टक्कर मिली. आशुतोष का अनुमान हैं कि, इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी लेकिन बीजेपी अपने दम पर केंद्र में सरकार नहीं बना पाएगी. उन्होंने कहा कि, बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर आसानी से सरकार बना लेगी. प्रधानमंत्री कौन बन सकता है? इसका जवाब देते हुए आशुतोष कहते हैं कि, पीएम तो नरेंद्र मोदी ही बनेंगे.  उन्होंने आगे कहा कि, दस साल से लगातार सरकार होने की वजह से देश में सत्ता विरोधी लहर काफी देखने को मिल रही है, साथ ही भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के कारण सत्तारूढ़ बीजेपी को चुनाव में कड़ा मुकाबला मिल रहा है.   

हालांकि आशुतोष ने ये भी कहा कि, चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के नेता अति उत्साहित हो गए और उनको लगा की यह चुनाव एकतरफा है और वह आसानी से चुनाव जीत जाएंगे. ओवर कॉन्फिडेंस में उन्होंने प्लान-बी नहीं बनाया. इसका खामियाजा उन्हें सीटें गवां कर भुगतना पड़ सकता है. आशुतोष ने कहा कि, अगर हम बीजेपी के वोट प्रतिशत को देखे तो वह बहुत असुरक्षित है. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 31 फीसदी वोट मिला था. वहीं 2019 में बीजेपी को 37 फीसदी वोट मिला. 37 फीसदी का आंकड़ा बहुत असुरक्षित है. 2 से 3 फीसदी भी वोट गिरा तो सीटों पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा. आंकड़ा देखने में तो बहुत बड़ा लगता है लेकिन ये बहुत क्रिटिकल है. 

यह स्टोरी न्यूजतक के साथ इंटर्नशिप कर रहे राहुल राज ने लिखी है.

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