महाराष्ट्र में चुनाव के ऐलान के बाद महायुती-MVA दोनों खेमों में सीट बंटवारे पर कहा फंस रही बात?

राजू झा

• 04:25 PM • 18 Oct 2024

Maharashtra Assembly elections: खबरें हैं कि सीट बंटवारे के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं में तनातनी बढ़ गई है. शिवसेना (UBT) विदर्भ में ज्यादा सीटों की मांग कर रही है लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस देने के लिए तैयार नहीं है. विदर्भ के अलावा मुंबई और मराठवाड़ा में भी कांग्रेस शिवसेना(UBT) को ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं है.

Maharashtra Assembly election

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Maharashtra Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. प्रदेश में मुख्य रुप से दो गठबंधन के बीच मुकाबला है. MVA और महायुति, जहां MVA गठबंधन में उद्धव की शिवसेना, कांग्रेस, शरद पवार की NCP है तो वही महायुति में अजित पवार की NCP, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, RSP, बीजेपी है. चुनाव के ऐलान के बाद दोनों गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर माथा पच्ची का दौर जारी है. बीजेपी-महायुति में सीटों के बंटवारें पर अमित शाह लगातार नजर बनाए हुए हैं और करीब 150 सीटों पर बंटवारा फाइनल भी हो गया है. 

MVA की बात करें तो महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 260 सीटों पर सहमति बन गई है लेकिन राज्य की 28 सीटें ऐसी हैं जिन पर अभी भी पेंच फंसा है. कांग्रेस पार्टी ने आलाकमान को इन 28 सीटों की लिस्ट भेजी है. इन सीटों के मतभेद को सुलझाने के लिए शरद पवार और उद्धव ठाकरे भी चर्चा कर रहे हैं. महाविकास अघाड़ी दो दिन में सीट शेयरिंग को लेकर जो भी फैसले हैं उसे शेयर कर सकती है. 

12 घंटे चली बैठक में बनी सीटों को लेकर सहमति?

सीट शेयरिंग को लेकर MVA की 17 अक्टूबर को बैठक नौ घंटे तक चली. सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक बैठके हुई. मीटिंग में विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र की सीटों पर चर्चा हुई और जिसमें 260 सीटों पर तीनों दलों के नेताओं के बीच सहमति बनी, बाकी 28 सीटों पर आगे चर्चा जारी है. इनमें 20 से 25 सीटें ऐसी हैं जिन पर महाविकास अघाड़ी का शिवसेना ठाकरे गुट, कांग्रेस और एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी जोर लगा रहे हैं. 

वहीं महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना यूबीटी का कहना है कि जल्द से जल्द सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझना चाहिए. पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि, चुनाव प्रचार के लिए समय कम है, इसलिए खाली सीटों का मुद्दा तुरंत खत्म किया जाना चाहिए. इसके अलावा संजय राउत ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी खुद वोट जिहाद कर ती है.

क्या सीट बंटवारे पर उद्धव की शिवसेना और कांग्रेस में हो रही तनातनी? 

हालांकि ऐसी भी खबरें हैं कि सीट बंटवारे के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं में तनातनी बढ़ गई है. शिवसेना (UBT) विदर्भ में ज्यादा सीटों की मांग कर रही है लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस देने के लिए तैयार नहीं है. विदर्भ के अलावा मुंबई और मराठवाड़ा में भी कांग्रेस शिवसेना(UBT) को ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं है.

शिवसेना(UBT) की दलील है कि लोकसभा चुनाव में हमने अपने कोटे की रामटेक, अमरावती जैसी परंपरागत सीट कांग्रेस को दी और कांग्रेस जीत गई. अब हम विधानसभा चुनाव में इन जिलों में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ना चाहतें है तो इसमें कुछ गलत नहीं है. हमें भी अपनी पार्टी को जिंदा रखना है. 

राहुल गांधी से मिलकर संजय राउत नाराजगी करेंगे दूर 

सीट बंटवारे में नाना पटोले के रवैय्ये से शिवसेना(UBT) है नाराज. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं, इसीलिए अब ठाकरे सेना ने तय किया है कि वह सीधे कांग्रेस के हाई कमांड से बात करेंगे. इसी कड़ी में संजय राउत ने केसी वेणुगोपाल और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्नीथला से बात की है। कहा जा रहा है कि संजय राउत, राहुल गांधी से सीधे बात करके सीट बंटवारों को लेकर जो नाराजगी है उसे दूर कर सकते हैं. 

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कर दी है इतनी सीटों की डिमांड 

इस सब के बीच एक और मामला फंस रहा है वो ये कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का. अखिलेश यादव यूपी के बाद अब महाराष्ट्र में अपना दम दिखाने उतरने वाले हैं. अखिलेश की सपा MVA से 12 सीटों की डिमांड कर रही है. खुद अखिलेश यादव महाराष्ट्र पहुंचकर इसपर बातचीत करने वाले हैं. सपा ने पिछले चुनाव में दो सीटें जीती थी.इसलिए इसबार यूपी लोकसभा में अच्छी प्रदर्शन का हवाला देकर 12 सीटों का डिमांड कर रही है.

सपा के तेवर देख अब बात इसे लेकर भी हो रही है कि क्या महाराष्ट्र में भी मध्य प्रदेश वाली लड़ाई दिखेगी? दरअसल लोकसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव थे. विपक्षी INDIA ब्लॉक के घटक कांग्रेस और सपा के बीच बात नहीं बनी. कांग्रेस की लोकल लीडरशिप सपा के वजूद पर सवाल उठाते हुए गठबंधन के खिलाफ थी. 

पिछले चुनाव में सपा दर्जनभर सीटों की डिमांड कर रही थी. उस चुनाव में सपा भले ही खाता नहीं खोल पाई लेकिन कई सीटों पर कांग्रेस का खेल जरूर खराब कर गई. अब महाराष्ट्र चुनाव में भी वैसे ही हालात बनते नजर आ रहे है. वैसे 20 नवंबर को महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव और 23 नवंबर को आने वाले नतीजों में कौन मरेगा बाजी ये देखने वाली बात होगी. 

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