राहुल गांधी पर बढ़ी तकरार, खरगे-नड्डा के बीच लेटर वार; BJP अध्यक्ष ने किसे बता दिया- फेल प्रोडक्ट?

सुमित पांडेय

19 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 19 2024 2:15 PM)

Kharge-Nadda Latter War: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच 'लेटर वॉर' छिड़ गया है. इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर विवादित बयान दिया था.

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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जेपी नड्डा ने कहा- 'फेल्ड प्रोडक्ट' को एक बार फिर बाजार में उतारने का प्रयास किया जा रहा

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खरगे ने पीएम मोदी को पत्र लिख की थी केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर कार्रवाई की मांग

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जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने 10 सालों में पीएम मोदी को 110 से अधिक गालियां दीं

Kharge-Nadda Latter War: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच 'लेटर वॉर' छिड़ गया है. इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर विवादित बयान देते हुए उन्हें "देश का सबसे बड़ा आतंकवादी" करार दिया था और देश का सबसे बड़ा दुश्मन तक करार दिया था. इस बयान से भड़के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.

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खरगे ने लिखा प्रधानमंत्री मोदी को लेटर 

खरगे ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बयानों पर सख्त कार्रवाई की जाए. खरगे ने लिखा कि, "ऐसे बयान न केवल राजनीतिक शुचिता को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि देश की राजनीति के स्तर को भी गिराते हैं. उनका कहना था कि एक केंद्रीय मंत्री द्वारा विपक्ष के प्रमुख नेता के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना लोकतंत्र के लिए खतरनाक है."

जेपी नड्डा ने खरगे से कहा- ऐसी क्या राजनीतिक मजबूरी

खरगे के पत्र के जवाब में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है. अपने पत्र में नड्डा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने लिखा, "आदरणीय खरगे जी, आपने राजनीतिक मजबूरी के चलते बार-बार जनता द्वारा नकारे गए अपने 'फेल्ड प्रोडक्ट' को एक बार फिर पॉलिश कर बाजार में उतारने का प्रयास किया है." नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए इस प्रकार के मुद्दों को हवा दे रही है.

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जेपी नड्डा ने कहा- पीएम मोदी को 10 साल में 110 गालियां दीं

जेपी नड्डा ने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 110 से अधिक गालियां दी हैं. उन्होंने विशेष रूप से राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बयान का जिक्र किया, जिसमें सोनिया गांधी ने मोदी को "मौत का सौदागर" कहा था. नड्डा ने लिखा, "राहुल गांधी की माताजी सोनिया गांधी ने मोदी जी के लिए 'मौत का सौदागर' जैसे अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. आपके नेता बार-बार इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करते रहे हैं, फिर भी आप राजनीतिक शुचिता की बात करते हैं."

बिट्टू ने राहुल गांधी को लेकर क्या कहा?

रवनीत सिंह बिट्टू के बयान ने विवाद को जन्म दिया था, जब उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वह "हिंदुस्तानी नहीं हैं" और उनका अधिकतर समय विदेश में बीता है. बिट्टू ने कहा था कि राहुल गांधी का गरीबों से कोई संबंध नहीं है और वह सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए उनके पास जाते हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर किसी पर सबसे पहले एजेंसी को कार्रवाई करनी चाहिए, तो वह राहुल गांधी हैं, और उन्हें आतंकवादियों की सूची में सबसे पहले रखा जाना चाहिए.

कांग्रेस ने किया कड़ा विरोध 

कांग्रेस ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे राजनीतिक विद्वेष फैलाने की साजिश करार दिया. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस प्रकार के बयान भाजपा के नेताओं द्वारा बार-बार दिए जाते हैं ताकि वे असल मुद्दों से ध्यान भटकाएं. उन्होंने प्रधानमंत्री से इस पर सख्त कदम उठाने की मांग की.

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नड्डा ने कहा- कांग्रेस का इतिहास सुचिता को तार-तार करने वाला

जेपी नड्डा ने अपने पत्र में यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी राजनीतिक शुचिता का दावा कर रही है, जबकि उसका इतिहास इस प्रकार की शुचिता को तार-तार करने वाला रहा है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि वे लगातार असभ्य भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और यह उनकी राजनीति का एक हिस्सा बन गया है.

राजनीतिक माहौल गरमाया

इस लेटर वार ने भारतीय राजनीति में एक बार फिर से गरमा-गरमी पैदा कर दी है. कांग्रेस और भाजपा के बीच चल रही यह तकरार संसद से लेकर सड़क तक फैल गई है. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगा रहे हैं, जिससे आने वाले चुनावों के पहले राजनीतिक माहौल और गर्म होने की संभावना है. भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग और बढ़ सकती है. 

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