300 करोड़ की डिमांड या पॉलिटिकल ड्रामा? उमर-पायल तलाक केस में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ये बड़ा आदेश!

पायल अब्दुल्ला के वकील श्याम दीवान ने ही कोर्ट को दोबारा मीडिएशन की सलाह दी है. इस पर जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस के विनोद चंद्रन की पीठ ने कहा कि दोनों पक्ष गंभीरता पूर्वक एकबार फिर साथ बैठें. मुद्दों पर विचार करे और हम उम्मीद करते है कि दोनो पक्ष गंभीरता दिखाएगा और मामला सुलझ जाएगा.

पायल अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया है.

पायल अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया है. फाइल फोटो- इंडिया टुडे

संजय शर्मा

• 04:03 PM • 15 Apr 2025

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जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनकी पत्नी पायल अब्दुल्ला के बीच तलाक के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को दोबारा मध्यस्थता के लिए कहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तीन हफ्ते के अंदर दोनों पक्ष मिलकर गंभीरता से सभी मुद्दों पर बात करें. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर अब अगली सुनवाई 7 मई को करेगा. 

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उमर अब्दुल्ला की तरफ से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि तलाक के लिए पायल अब्दुल्ला सहमत नहीं हो रही हैं. 300 करोड की एलिमनी की मांग कर रही है. सिब्बल की इस दलील का विरोध करते हुए पायल अब्दुल्ला के वकील श्याम दीवान ने कहा कि सिब्बल गलत तथ्य पेश कर रहे हैं. 

पायल के वकील ने कोर्ट से दोबारा मीडिएशन की गुजारिश की

पायल अब्दुल्ला के वकील श्याम दीवान ने ही कोर्ट को दोबारा मीडिएशन की सलाह दी है. इस पर जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस के विनोद चंद्रन की पीठ ने कहा कि दोनों पक्ष गंभीरता पूर्वक एकबार फिर साथ बैठें. मुद्दों पर विचार करे और हम उम्मीद करते है कि दोनो पक्ष गंभीरता दिखाएगा और मामला सुलझ जाएगा.

उमर अब्दुल्ला के वकील की तरफ से बताया गया कि 15 साल से दोनों अलग रह रहे हैं. गुजारा भत्ता कोर्ट के आदेश के मुताबिक दिया जा रहा है. हालांकि पैरेंट्स से बच्चों के रिलेशन काफी बेहतर हैं. हाईकोर्ट ने पायल अब्दुल्ला का गुजारा भत्ता बढ़ा दिया था. 

हाईकोर्ट ने बढ़ाई थी गुजारा भत्ते की रकम

कोर्ट ने उमर अब्दुल्ला को कहा कि वो हर माह पायल को डेढ़ लाख रुपए और दोनों बेटों को 60 हजार रुपए गुजारा भत्ता के रूप में अदा करें. जबकि निचली अदालत ने जुलाई 2018 में आदेश दिया था कि उमर अब्दुल्ला अपनी पत्नी पायल अब्दुल्ला को 75 हजार रुपए हर महीने, जबकि दोनों बच्चों को 25 हजार रुपए मासिक गुजारा भत्ता अदा करें. इसे ही दिल्ली हाईकोर्ट ने बढ़ा दिया था.

जम्मू कश्मीर के CM उमर अब्दुल्ला और पायल की लवस्टोरी

जम्मू कश्मीर के CM उमर अब्दुल्ला और उनकी पत्नी पायलनाथ की प्रेम कहानी काफी दिलचस्प है. राजनीति में आने से पहले उमर अब्दुल्ला ओबेराय होटेल ग्रुप में मार्केटिंग एग्जेक्युटिव थे. पायलनाथ भी दिल्ली के ओबेरॉय होटल में काम करती थी. यहीं पर दोनों की पहली मुलाकात हुई. पहली नजर में दोनों को प्यार हो गया. एक सितंबर 1994 को उमर और पायल ने शादी कर ली.

सेना में मेजर जनरल थे पायल के पिता​

सिख फैमिली की पायल अब्दुल्ला शादी से पहले नाथ सरनेम लिखती थी. उनके पिता रामनाथ भारतीय सेना में मेजर जनरल भी रह चुके हैं. मेजर जनरल रामनाथ मूल रूप से लाहौर की रहने वाले थे. बंटवारे के बाद उनकी फैमिली भारत आई थी. पायल और उमर की अंतर धार्मिक शादी का खुले तौर से किसी ने विरोध नहीं किया मगर कश्मीरी पंडित इससे खुश नहीं थे. 

पॉपुलर थी उमर और पायल की जोड़ी

जब दोनों की शादी हुई तब जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा था. 1996 में विधानसभा चुनाव के दौरान उमर अब्दुल्ला कश्मीर की राजनीति में दिलचस्पी लेने लगे. 1998 में जब उमर पहली बार लोकसभा चुनाव में कूदे और सबसे कम उम्र के सांसद बने. चुनाव प्रचार के दौरान लोग इस जोड़ी को देखने के लिए बेताब रहने लगे. चुनावी सभाओं में मौजूदगी के कारण पायल पूरे कश्मीर में पॉपुलर हो गईं. 

शादी के 17 साल बाद हुआ तलाक

उमर और पायल के दो बच्चे हैं. जमीर और जहीर. पायल दोनों बच्चों के साथ दिल्ली में सेटल हो गईं. सीएम बनने के बाद उमर कश्मीर की राजनीति में व्यस्त हो गए. हर सप्ताह फैमिली से मिलने दिल्ली आने वाले उमर राजनीति में व्यस्त हो गए. करीब 17 साल तक चले उमर अब्दुल्ला और पायल के प्यार के किस्से 2011 में अंत हो गया. खुद उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर अपने तलाक की जानकारी दी. 2016 के बाद से बच्चे भी पायल के साथ दिल्ली में रहने लगे. जमीर और जहीर अभी वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं.

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