PM मोदी को मिला रूस का राष्ट्रीय सम्मान, शी जिनपिंग भी लिस्ट में शामिल, जानिए और किसको मिला

शुभम गुप्ता

10 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 10 2024 2:32 PM)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को रूस के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल से नवाजा गया. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को इस सम्मान ने सम्मानित किया.

NewsTak
follow google news

PM Narendra Modi Visit Russia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को रूस के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल से नवाजा गया. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को इस सम्मान ने सम्मानित किया. 2019 में ही पीएम मोदी को ये सम्मान देने की घोषणा कर दी गई थी.

सम्मान मिलने पर क्या बोले पीएम?

पीएम मोदी ने सम्मान मिलने पर राष्ट्रपति पुतिन और रूस को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों के लिए 'सम्मान' है और दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती का प्रतिबिंब है. पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में पिछले 25 वर्षों में भारत-रूस संबंध मजबूत हुए हैं. हमें भारत और रूस के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए लोगों से लोगों की साझेदारी को और प्रोत्साहित करने और समर्थन करने की जरूरत है." उन्होंने कहा कि "भारत और रूस के बीच साझेदारी काफी महत्वपूर्ण है. हमारा मानना ​​है कि शांति और स्थिरता के लिए हमें ठोस प्रयास करते रहना चाहिए. हम इस दिशा में लगातार काम करेंगे."

क्या है सम्मान का महत्व

साल 1968 में जार पीटर द ग्रेट द्वारा सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल को यीशु के प्रथम प्रचारक और रूस के संरक्षक संत सेंट एंड्रयू के सम्मान में स्थापित किया गया था. इस सम्मान को एक ही वर्ग में प्रदान किया जाता था और केवल सबसे उत्कृष्ट नागरिक या सैन्य योग्यता के लिए प्रदान किया जाता था. 

पहले किसको मिला है ये सम्मान?

साल 1917 से पहले 1000 से अधिक लोगों को ये सम्मान दिया गया था. सम्मान पाने वाले आधे विदेशी नागरिक थे. 1917 में अक्तूबर क्रांति के बाद इसे बंद कर दिया गया था. 1 जुलाई 1998 को राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के आदेशानुसार इस सम्मान को सर्वोच्च राज्य पुरुस्कार के रूप में बहाल कर दिया गया. 1998 के बाद से अब तक सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल को 28 लोगों को दिया गया है.

- वेलेंटीना मतवियेंको( फेडरेशन काउंसिल की अध्यक्ष)
- मिंटिमर शैमीव (तातारस्तान के पूर्व राष्ट्रपति)
- दिमित्री लिकचेव (रूसी विज्ञान अकादमी के सदस्य)
- मिखाइल कलाश्निकोव और हर्बर्ट एफ़्रेमोव (हथियार डिजाइनर)
- सर्गेई मिखालकोव और डेनियल ग्रैनिन
- रसूल गमजातोव (कवि)
- फाजू अलीयेवा (कवि और प्रचारक)
- रशिया एलेक्सी II (मॉस्को के कुलपति)
- वालेरी जोर्किन (रूसी संवैधानिक न्यायालय के अध्यक्ष)
- व्याचेस्लाव लेबेदेव (रूसी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व -चेयरमैन)
- वालेरी शुमाकोव और बोरिस पेत्रोव्स्की (डॉक्टर)
-  ल्यूडमिला ज़ायकिना और इरीना आर्किपोवा (गायिका)
- यूरी ग्रिगोरोविच (बैले मास्टर)
- मिखाइल गोर्बाचेव (यूएसएसआर के पूर्व राष्ट्रपति)
- एलेक्जेंड्रा पखमुटोवा (संगीतकार)
- किरिल (मॉस्को और ऑल रशिया के पैट्रिआर्क)
- सर्गेई शोइगु (पूर्व रूसी रक्षा मंत्री)

विदेशी राजनीतिक हस्तियों को मिला सेंट एंड्रयू द एपोस्टल द फर्स्ट-कॉल

- हेदर अलीयेव (अजरबैजान के पूर्व राष्ट्रपति)
- नूरसुल्तान नजरबायेव (कजाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति)
- शी जिनपिंग (चीनी राष्ट्रपति)
- नरेंद्र मोदी (भारतीय प्रधानमंत्री)

    follow google newsfollow whatsapp