बिरसा मुंडा के गांव से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ शुरू करेंगे PM, इसे लेकर क्यों है विवाद?

देवराज गौर

• 11:10 AM • 14 Nov 2023

विकसित संकल्प यात्रा 15 नवंबर से देश-भर में हो रही है. शुरुआत झारखंड के आदिवासी इलाकों से होगी. इस यात्रा में आमलोग प्रधानमंत्री मोदी से सीधे जुडेंगे, और उनसे सवाल पूछेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं.

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PM Modi in Jharkhand: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के दो दिनों के दौरे पर हैं. इस दौरान वह आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव भी जाएंगे. यहां से वह 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के दिन विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ करेंगे. बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाया जाता है. विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से मोदी सरकार अपनी योजनाओं को जनता के बीच ले जाना चाहती है. इस यात्रा के सारथी सरकार के अधिकारी बनेंगे. इस यात्रा को लेकर विवाद हो रहा है. चुनाव आयोग ने पांच उन राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम) में इस यात्रा पर रोक लगा रखी है, जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि सरकार अफसरों का इस्तेमाल चुनावी प्रचार में कर रही है.

क्या है विकसित भारत संकल्प यात्रा

विकसित संकल्प यात्रा 15 नवंबर से देश-भर में हो रही है. शुरुआत झारखंड के आदिवासी इलाकों से होगी. इस यात्रा में आमलोग प्रधानमंत्री मोदी से सीधे जुडेंगे, और उनसे सवाल पूछेंगे. यह यात्रा देश के सभी 2 लाख 55 हजार ग्राम-पंचायतों में जाएगी. यह 3700 शहरी निकायों से भी होकर गुजरेगी. दो महीने तक चलने वाली यह यात्रा 24 जनवरी 2024 तक चलेगी.

इस यात्रा के दौरान सरकार अपने कामों को जनता तक पहुंचाएगी. जनता की क्या समस्यांए हैं, इनको भी नोटिस किया जाएगा. एक तरह से यह मोदी सरकार का आउटरीच प्रोग्राम है.

लोगों की मुश्किलें जैसे अगर उनके आधार कार्ड का नंबर बदलना हो या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कोई काम अटक रहा हो, उसे भी हल किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी लोगों से वर्चुअली जुडेंगे. इसके तहत 2500 IEC (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन रवाना किए जाएंगे.

यात्रा को लेकर सियासत भी चालू

सरकार का दावा है कि यह यात्रा राजनैतिक नहीं, सरकारी है. पर यात्रा के तरीकों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इस यात्रा को लेकर सवाल उठाए हैं. यह

यात्रा तब शुरू हो रही है जब पांच राज्यों में वोट डाले जा रहे हैं. विपक्षा का आरोप है कि इससे वोटर प्रभावित हो सकते हैं. चुनाव आयोग ने इन्हीं आपत्तियों के बाद चुनाव तक यात्रा को चुनावी राज्यों में रोक दिया है.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के संस्थापक ने राष्ट्रपति से इस तरह की सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में सरकारी मशीनरी के उपयोग को लेकर हस्तक्षेप करने की मांग की है. इस यात्रा के दौरान सरकारी कर्मचारियों को जिला रथ प्रभारी बनाया जाएगा. ये रथ प्रभारी सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे. इसपर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र भी लिख चुके हैं.

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भी जोड़कर देखा जा रहा

कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के काफी चर्चे रहे. अब भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 की तैयारी है. राजनीतिक विश्लेषक ऐसा मानते हैं कि इस यात्रा ने राहुल गांधी की छवि को चमकाया है. उनकी लोकप्रियता को बढ़ाया है. कहा जा रहा है कि मोदी सरकार भी 2024 के चुनावों से पहले अपनी छवि को चमकाने की कोशिश कर रही है. इसी को ध्यान में रखकर ये विकसित भारत संकल्प यात्रा डिजाइन की गई है.

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