Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बीच राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण पूरा हो चुका है. राम मंदिर को पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है. मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है. मंदिर की हर मंजिल 20 फुट ऊंची है. इसमें 392 स्तंभ और 44 द्वार हैं. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र अंकित हैं. मंदिर के भूतल पर भगवान श्रीराम की बालरूप मूर्ति रखी गई है. लोग यह भी जानना चाहते हैं कि आखिर इस राम मंदिर को बनाने में कितने रुपये खर्च हो रहे हैं.
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आइए आपको इस मंदिर की पूरी कॉस्ट के बारे में बताते हैं. साथ ही यह भी जानिए कि आखिर राम मंदिर बनाने के लिए पैसा कहां से आया है…
करीब 1800 करोड़ रुपये होंगे खर्च
राम मंदिर ट्रस्ट ने इस संबंध में पहले भी जानकारी दे रखी है. मंदिर निर्माण की अनुमानित लागत करीब 1800 करोड़ रुपये होने वाली है. इस लागत की तुलना अगर दूसरे प्रोजेक्ट्स से करें तो तस्वीर जरा साफ होती है. पिछले महीनों बनकर तैयार हुए नए संसद भवन को बनाने में करीब 836 करोड़ रुपये खर्च हुए थे.
राम मंदिर के लिए पैसा कहां से आ रहा?
2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था. मस्जिद पक्ष को अयोध्या में दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिए जमीन दी गई थी. राम मंदिर के निर्माण लिए केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया. यह ट्रस्ट राम मंदिर के निर्माण और इसके प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहा है. लेटेस्ट मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रस्ट ने अबतक करीब 3500 करोड़ रुपये का दान इकट्ठा किया है. यानी राम मंदिर के डोनेशन का करीब 50 फीसदी इसके निर्माण पर खर्च होना है.
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