Saptahik Sabha: हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सीटों के बंटवारे और गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं. कांग्रेस के लिए यह चुनाव एक बड़ी चुनौती है, खासकर जब उसे भाजपा से मुकाबला करना है. इसके अलावा पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का कांग्रेस में शामिल होना भी चुनावी समीकरणों को बदल सकता है. इस मुद्दे पर जानें-माने पत्रकार आदेश रावल ने न्यूज़ तक के शो 'साप्ताहिक सभा' में अपनी राय दी.
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विनेश-बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने का असर
हरियाणा चुनाव से पहले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जुलाना विधानसभा से टिकट दिया है. आदेश रावल के अनुसार यह कदम कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. उन्होंने बताया कि विनेश और बजरंग तीन दिन पहले राहुल गांधी से मिले थे, जिसके बाद यह तय हुआ कि कांग्रेस पार्टी पहलवानों के लिए एक सीट रिजर्व करेगी.
बजरंग पुनिया ने बादली सीट की मांग की, जहां अभी कांग्रेस के कुलदीप वक्स विधायक हैं. कांग्रेस के लिए इस सीट से किसी मौजूदा विधायक का टिकट काटना मुश्किल हो सकता है. वहीं, विनेश फोगाट ने भिवानी जिले की बार्डा सीट या उनकी ससुराल वाली सीट जुलाना की मांग की थी. इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कोई मौजूदा विधायक नहीं है, जिससे विनेश के लिए ये सीट आरक्षित करना कांग्रेस के लिए आसान रहा. वहां के लोगों के मन में विनेश के प्रति सहानुभूति है, और कांग्रेस इस भावना को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस-AAP गठबंधन की संभावनाएं
आदेश रावल से पूछे गए सवाल पर कि क्या कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन संभव है, उन्होंने बताया कि पहले यह कहा जा रहा था कि इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए रहेगा. लेकिन हरियाणा के विधानसभा चुनावों के लिए राहुल गांधी ने खुद इसकी पहल की है कि कांग्रेस को AAP के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए. राहुल गांधी का मानना है कि कांग्रेस को न केवल हरियाणा में, बल्कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन के तहत काम करना चाहिए.
हरियाणा में कांग्रेस, भाजपा और AAP प्रमुख पार्टिया हैं. यदि एंटी बीजेपी वोट कांग्रेस और AAP के बीच बंट जाता है, तो इसका सीधा फायदा भाजपा को हो सकता है. इसी को रोकने के लिए कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन की बात की जा रही है. कांग्रेस चाहती है कि एंटी बीजेपी वोट एकजुट रहे और इसलिए चार सीटों पर AAP को समर्थन देने की बात की जा रही है.
हरियाणा में सरकार किसकी बनेगी?
आदेश रावल ने दावा किया कि हरियाणा में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बन सकती है. उन्होंने कहा कि भाजपा की दस साल की सत्ता विरोधी लहर का कांग्रेस को फायदा मिल सकता है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस की स्थिति और मजबूत हो जाएगी. इंडिया टुडे के 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे के अनुसार भी हरियाणा में कांग्रेस को बढ़त मिल रही है, जिससे भाजपा को नुकसान हो सकता है.
कुल मिलाकर, हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति मजबूत होती दिख रही है, और AAP के साथ गठबंधन होता है तो दोनों पार्टियों के लिए सोने पे सुहागा जैसा साबित हो सकता है. विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जैसे पहलवानों का कांग्रेस में शामिल होना भी इस चुनावी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
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