Mamata Banarjee-Priyanka Gandhi: सूत्रों के हवाले से खबर है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ मतभेदों को भुलाकर वायनाड में प्रियंका गांधी के लिए प्रचार कर सकती हैं. कहा जा रहा है कि यह ममता बनर्जी ही थीं जिन्होंने प्रियंका को वाराणसी से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया था, जिसे हाल के दिनों में राहुल गांधी ने भी दोहराया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम और ममता बनर्जी की कोलकाता में एक बैठक के बाद यह जानकारी सामने आई है.
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कांग्रेस से गठबंधन टूटने पर टीएमसी ने अधीर को ठहराया जिम्मेदार
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार टीएमसी सुप्रीमो ममता कांग्रेस से नाराज हैं और उन्होंने कांग्रेस-टीएमसी गठबंधन की बातचीत टूटने के लिए विशेष रूप से राज्य पार्टी प्रमुख अधीर चौधरी को जिम्मेदार ठहराया है. बंगाल में टीएमसी की बड़ी जीत के बाद पार्टी के दूसरे नंबर के नेता अभिषेक बनर्जी कांग्रेस को छोड़कर, विभिन्न मुद्दों पर उन्हें एक साथ लाने के लिए 'INDIA' के घटक सदस्यों से मिलने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं.
सबसे पहले, ममता बनर्जी ने नई दिल्ली में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और AAP के राघव चड्ढा से मुलाकात की और बाद में उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मुंबई गईं.
इस हफ्ते की शुरुआत में, सांसद कल्याण बनर्जी, सागरिका घोष और साकेत गोखले सहित टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई में NCP शरद गुट सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की और एग्जिट पोल के दिन कथित शेयर बाजार में हेरफेर की सेबी जांच की मांग करते हुए एक संयुक्त प्रदर्शन में भाग लिया. इन सब को देखते हुए कांग्रेस के आलाकमान ने चिदंबरम को ममता बनर्जी के साथ सीधी बातचीत करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए भेजा.
अधीर ने ममता के प्रति नरम किया अपना रुख
शुक्रवार को कोलकाता में प्रदेश कांग्रेस की दो दिवसीय बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुलकर बोला. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ उनके मतभेदों को पूरी तरह से राजनीतिक बताया और कहा व्यक्तिगत कुछ भी नहीं".
उन्होंने कहा कि “2011 में, बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले, मैंने सोनिया गांधी से कहा था कि कांग्रेस को वामपंथ से लड़ने के लिए टीएमसी के साथ गठबंधन करना चाहिए. मैंने उनसे कहा था कि ममता बनर्जी बंगाल में सबसे विश्वसनीय चेहरा हैं और हमें उनके साथ जुड़ना चाहिए, और अगर कांग्रेस-टीएमसी गठबंधन करते हैं तो हम अच्छा करेंगे. अधीर रंजन ने अपने इन बयानों को लेकर कई लोगों को चौंका दिया है.
ममता को मनाने के लिए कोशिश कर रही कांग्रेस
ममता बनर्जी पर अपनी कट्टर विरोधी बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले अधीर चौधरी के नेतृत्व वाली बंगाल कांग्रेस को लोकसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा. CPIM के साथ गठबंधन से पांच बार के सांसद को अपनी बहरामपुर सीट सुरक्षित करने में भी मदद नहीं मिली. इस सीट पर पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने जीत दर्ज की है.
कई लोगों का मानना है कि कांग्रेस आलाकमान एक बार फिर ममता बनर्जी को मनाने के लिए तेजी से काम कर रहा है. माना जा रहा है कि ममता को लेकर अधीर रंजन चौधरी तभी नरम रुख अपना रहे हैं.
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