'कब गिर जाए सरकार पता नहीं, ये बहुमत वाली सरकार नहीं है', जानिए ऐसा क्यों बोले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

News Tak Desk

• 05:00 PM • 24 Jul 2024

सपा प्रमुख ने कहा अगर कोई परिवर्तन करना चाहता है तो परिवर्तन के लिए समाजवादी लोग तैयार हैं. हमारे पास मॉनसून ऑफर तो देने के लिए है लेकिन दूसरे के पास लेने की हिम्मत है या नहीं? 

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Akhilesh Yadav Interview: मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट पर विपक्षी नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं. इसी बीच आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमारे सहयोगी चैनल आजतक से विशेष बातचीत की हैं. इस बातचीत में उन्होंने बजट पर सवाल उठाए हैं और केंद्र सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा कि, 'ये सरकार बचाओ बजट है'. उन्होंने यह भी कहा कि ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है. कब गिर जाए पता नहीं. ये बहुमत वाली सरकार नहीं है. आप कुछ देकर लोगों को जोड़कर रखे हैं. ये सब जनता देख रही है. सरकार के पास नया कुछ नहीं है. इसी सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाई.

मानसून ऑफर तो है लेकिन दूसरे के पास लेने की हिम्मत है या नहीं? 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अंदरुनी कलह और मानसून ऑफर दिए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि, मैं ये बात तभी कह रहा हूं, जब मुझे कुछ दिखाई दे रहा है. हम कोई परिवर्तन नहीं ला सकते हैं, लेकिन कोई परिवर्तन के लिए तैयार है तो उसके सहयोग के लिए हम तैयार हैं. क्या किसी और पार्टी के नेता को सीएम बनाने के लिए तैयार हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा, सवाल मुख्यमंत्री का नहीं है. सवाल ये है कि किसी के पास कुछ हो तो सही. अगर कोई परिवर्तन करना चाहता है तो परिवर्तन के लिए समाजवादी लोग तैयार हैं. हमारे पास मॉनसून ऑफर तो देने के लिए है लेकिन दूसरे के पास लेने की हिम्मत है या नहीं? 

मोदी सरकार के 10 साल के फैसलों ने बढ़ाई है बेरोजगारी 

अखिलेश यादव ने कहा कि जब पहली बार बीजेपी की सरकार बनी थी तो उनके लोगों ने खूब खुशियां मनाई थीं. दूसरी बार सरकार बनी तो उससे भी ज्यादा लोगों ने खुशियां मनाईं. लेकिन जब तीसरी बार सरकार बनी तो उतनी खुशियां नहीं आईं. कुछ इसी तरह का ये बजट है. ये इनकी सरकार का 11वां बजट है. जो खुशी और उत्साह आना चाहिए था, वो नहीं दिख रहा है. ये बजट कम चपत ज्यादा लग रहा है. बजट के साथ चपत लगा दी गई है. खासकर यूपी के लोग निराश हैं. जिस तरीके से यूपी देख रहा था, उसे सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा. भेदभाव नहीं होगा. डबल इंजन की सरकार है. 10 साल के जो आपके फैसले थे, उसने बेरोजगारी बढ़ाई है. आज जो आप रोजगार देना चाहते हैं वो सम्मानजनक नहीं हैं.

उन्होंने आगे कहा, आप कह रहे हैं कि 5 हजार रुपए की नौकरी मिलेगी. ये बात आप तब कह रहे हैं जब सरकारी कर्मचारी आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने की बात कर रहे हैं. महंगाई के हिसाब से वेतन और सुविधाएं बढ़नी चाहिए. 10 साल की सरकार में आपने बेरोजगारी बढ़ाई. अब सम्मानजनक रोजगार भी नहीं दे पा रहे हैं.

'यूपी सरकार ने केंद्र से कुछ मांगा ही नहीं'

अखिलेश यादव ने कहा, अगर आप आंध्र प्रदेश की राजधानी के लिए विशेष पैकेज देंगे, बिहार को एक्सप्रेस वे का पैकेज देंगे. बाढ़ नियंत्रण का पैकेज देंगे. बजट में यूपी का तो एक बार भी नाम नहीं लिया गया है तो जो सांसद बैठे हैं उन्हें तो समझ में आएगा ही. मुझे लगता है कि यूपी की सरकार ने कुछ मांगा ही नहीं होगा. यदि मांगा होता तो दिल्ली की सरकार उन्हें निराश नहीं करती. बिहार को इसलिए पैकेज मिला है क्योंकि उन्हें सरकार चलवानी है बिहार के सांसदों से सहयोग लेकर. बिहार की बाढ़ रोकने के लिए यूपी का भी सहयोग करना होगा. क्योंकि जो पानी नेपाल से आता है, वो यूपी से होकर बिहार चला जाता है. यही बाढ़ का कारण बनता है.

रिपोर्ट- अशोक सिंघल 

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