कौन थे नफे सिंह राठी जिनकी हत्या पर हरियाणा में मचा है बवाल? अबतक ये सब पता चला

अभिषेक

26 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 27 2024 10:31 AM)

डियन नेशनल लोकदल(इनेलो) के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की बीते दिन हरियाणा के बहादुरगढ़ में बदमाशों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी.

Nafe Singh Rathi

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Nafe Singh Rathi: इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की बीते दिन हरियाणा के बहादुरगढ़ में बदमाशों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. हमलावरों ने राठी की फार्च्यूनर कार पर 30 राउंड से भी ज्यादा फायरिंग किया जिसमें उनकी मौत हो गई. हमले में उनके एक साथी की भी मौत हुई, वहीं कई अन्य घायल है. घटनास्थल के पास मौजूद सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, चार शूटर्स एक संदिग्ध गाड़ी में सवार होकर आये थे और राठी की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे. नफे सिंह राठी की मौत के बाद हरियाणा की सियासत में जमकर बवाल मचा हुआ है. कोई हरियाणा में जंगल राज बता रहा है तो कोई बीजेपी सरकार को ‘नाकाम सरकार’ बता रहा है. इन सभी के बीच सवाल ये उठ रहा है कि, आखिर कौन थे नफे सिंह राठी जिनकी मौत पर चढ़ा हुआ है हरियाणा का सियासी पारा.

पहले जानिए कौन थे नफे सिंह राठी?

नफे सिंह राठी हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले के जटवाड़ा गांव के रहने वाले थे. राठी हरियाणा की राजनीति में एक चर्चित चेहरा रहे हैं और वो प्रदेश के एक प्रमुख जाट नेता थे. वह पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बहुत करीबी माने जाते थे. इनेलो पार्टी में वह एक मजबूत पकड़ रखते थे और हरियाणा इनेलो के अध्यक्ष भी थे. वर्तमान में नफे सिंह राठी इनेलो की प्रदेशभर में चल रही ‘हरियाणा परिवर्तन यात्रा’ की अगुवाई कर रहे थे.

बहादुरगढ़ से दो बार रह चुके हैं विधायक

नफे सिंह राठी हरियाणा के बहादुरगढ़ विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं. यह उनकी गृह विधानसभा सीट है. राठी बहादुरगढ़ नगर परिषद के दो बार चेयरमैन भी रह चुके हैं और ‘ऑल इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं. राठी रोहतक लोकसभा सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं हालांकि उन्हें जीत नहीं मिल सकी.

चौटाला परिवार के खास रहे हैं राठी

हरियाणा की राजनीति में चौटाला परिवार और उनकी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल का एक अलग ही रुतबा है. नफे सिंह राठी इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अभय चौटाला के बहुत खास माने जाते रहे हैं. राठी चौटाला परिवार की परछाई की तरह थे वो अक्सर उनके साथ सियासी मंच सांझा किया करते थे. इनेलो में टूट के बाद भी उन्होंने अभय चौटाला और ओपी चौटाला का साथ नहीं छोड़ा.साथ ही परिवार के दुष्यंत चौटाला ने जब इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) का गठन किया था तब राठी ने उनपर खूब हमला बोला था और लगातार इनेलो को मजबूत करने में लगे रहें.

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