Priya Dutt: चुनाव में टिकट किसी एक को ही मिलता है, लेकिन टिकट पाने की जद्दोजहद में कई नेताओं के जूते घिस जाते हैं. मगर प्रिया दत्त का मामला कुछ अलग है. मुंबई में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में प्रिया दत्त की जबरदस्त डिमांड है. कई कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि अगर बांद्रा वेस्ट सीट जीतनी है, तो प्रिया दत्त को मैदान में उतारना होगा. हाल ही में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ और विधायक असलम शेख प्रिया दत्त से मिलने गए थे और उन्हें चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया. इसके बाद से प्रिया दत्त की उम्मीदवारी को लेकर चर्चाएं गर्म हो गई हैं.
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प्रिया दत्त की चुनावी यात्रा
प्रिया दत्त 2005 और 2009 में लोकसभा सांसद रह चुकी हैं. 2009 में उन्होंने बीजेपी के महेश जेठमलानी को हराकर जीत हासिल की थी. उस समय मुंबई में कांग्रेस का दबदबा था. लेकिन 2014 के बाद से मुंबई की राजनीति बदल गई, और बीजेपी ने मजबूती से पैर जमा लिए. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की पूनम महाजन ने प्रिया दत्त को हराया. 2024 का लोकसभा चुनाव प्रिया दत्त ने नहीं लड़ा, और उनकी नॉर्थ सेंट्रल सीट वर्षा गायकवाड़ के पास चली गई. बावजूद इसके, प्रिया दत्त सक्रिय राजनीति में बनी रहीं और उन्होंने वर्षा गायकवाड़ के चुनाव प्रचार में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
कांग्रेस बांद्रा वेस्ट से प्रिया दत्त को बनाएगी उम्मीदवार?
कांग्रेस फिलहाल बांद्रा वेस्ट सीट के लिए एक दमदार उम्मीदवार की तलाश कर रही है. यह सीट बीजेपी मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार की है, जो पिछले दो चुनावों से लगातार जीत रहे हैं. लोकसभा चुनावों में बीजेपी को इस क्षेत्र से सिर्फ 3600 वोटों की बढ़त मिली थी, जिससे कांग्रेस को यह उम्मीद है कि अगर प्रिया दत्त को एमवीए (महाविकास अघाड़ी) का उम्मीदवार बनाया जाए, तो वे आशीष शेलार को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. कांग्रेस का मानना है कि बांद्रा वेस्ट के मुस्लिम और क्रिश्चियन वोट प्रिया दत्त के पक्ष में आ सकते हैं, खासकर क्योंकि उनकी शादी एक क्रिश्चियन परिवार में हुई है.
हालांकि, आखिरी फैसला कांग्रेस हाईकमान और प्रिया दत्त पर निर्भर करता है कि वे चुनाव लड़ने का फैसला लेंगी या नहीं.
परिवार की राजनीतिक विरासत
प्रिया दत्त बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की बहन और दिग्गज अभिनेता-राजनेता सुनील दत्त और नरगिस की बेटी हैं. सुनील दत्त राजनीति में कांग्रेस से जुड़े और पांच बार सांसद बने. 1984 से 2004 तक, सुनील दत्त ने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से चुनाव जीता. 2004 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद 2005 में उनका निधन हो गया. इसके बाद, उपचुनाव में कांग्रेस ने प्रिया दत्त को मैदान में उतारा, और उन्होंने बड़ी जीत दर्ज की.
प्रिया दत्त की राजनीतिक शुरुआत
प्रिया दत्त की राजनीति में एंट्री के समय बॉलीवुड से दिग्गज हस्तियों ने उनका जोरदार समर्थन किया. दिलीप कुमार, सलमान खान और उनके भाई संजय दत्त ने उनके लिए प्रचार किया. संजय दत्त ने हर चुनाव में अपनी बहन के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया.
सुनील दत्त के रहते ही प्रिया दत्त की राजनीतिक ट्रेनिंग शुरू हो गई थी. 1984 के सिख दंगों के बाद, सुनील दत्त ने पंजाब में शांति के लिए 'महाशांति पदयात्रा' निकाली थी, जिसमें प्रिया दत्त भी उनके साथ शामिल थीं. इस यात्रा ने उनकी राजनीतिक समझ को और परिपक्व बनाया.
आगे क्या?
अब सवाल यह है कि क्या प्रिया दत्त बांद्रा वेस्ट से चुनाव लड़ेंगी और क्या वे कांग्रेस की खोई हुई जमीन को वापस पा सकेंगी? यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन प्रिया दत्त की उम्मीदवारी ने मुंबई की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है
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