राजस्थान पहुंचा HMPV, कोरोना के बाद डरा रहे इस वायरस पर डॉक्टर ने बता दिया सबकुछ

अहमदाबाद में बच्चे के बीमार होने के बाद उसका इलाज करने वाले डॉक्टर  नीरव पटेल ने बताया कि इसमें पैनिक होने की जरूरत नहीं है. ये फ्लू जैसा वायारस है.

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तस्वीर: AI

बृजेश उपाध्याय

06 Jan 2025 (अपडेटेड: 06 Jan 2025, 05:13 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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राजस्थान के डूंगरपुर से अहमदाबाद पहुंचा 2 महीने का बच्चा.

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बेंगलुरु के दोनों मामलों में एक बच्चा अस्पताल से हो गया डिस्चार्ज. दूसरा हो रहा रिकवर.

कोरोना के बाद देश में एक और वायरस की चर्चा जोरों पर है. इस वायरस का नाम है HMPV (मेटान्यूमोवायरस). इसे लेकर तरह-तरह की बातें होने लगी हैं. इसी बीच अहमदाबाद में एक और बेंगलुरु में दो केस सामने आए हैं. अहमदाबाद में 2 माह का बच्चा HMPV (Human Metapneumovirus ) की चपेट में आ गया. बच्चा अब ठीक है और वो डिस्चार्ज होने वाला है. वहीं बेंगलुरु में 2 बच्चों में ये वायरस पाया गया. इसमें से एक को अस्पताल से छुट्‌टी दे दी गई है और दूसरा अब ठीक हो रहा है. 

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अहमदाबाद में बच्चे के बीमार होने के बाद उसका इलाज करने वाले डॉक्टर  नीरव पटेल ने बताया कि इसमें पैनिक होने की जरूरत नहीं है. ये फ्लू जैसा वायारस है. इसमें भी सर्दी, खांसी, बलगम निकलने की शिकायत रहती है. कई बार गंभीर मामलों में बच्च थोड़ा तेजी से सांस लेता है और कई बार ऑक्सीजन का लेवल डाऊन होता है. ये बहुत ही रेयर केसेज में देखने को मिलता है. यहां 24 दिसंबर को ऑरेंज हॉस्पीटल में ये बच्चा एडमिट हुआ था.

डॉ. नीरव पटेल ने आगे बताया- 'बच्चे को सर्दी- खांसी 2-3 दिन से था. बच्चे को 2-3 दिन छोटे मशीन पर रखा. उसके बाद भी उसका ऑक्सीजन मेंटेन नहीं हो रहा था. तो वेंटिलेटर मशीन का सपोर्ट दिया. 4-5 दिन इसका सपोर्ट मिलने पर बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा. इस वायरस का एंटी वायरल मडिकेशन होता है. सपोर्टिव ट्रीटमेंट में नेबूलाइजेशन होता है. वेंटिलेटर के बाद बच्चे को फिर छोटी मशीन पर रखा गया. इसके बाद वो ठीक होने लगा. अब वो डिस्चार्ज होने के लायक हो चुका है.' 

इस हालत में कैसे पहुंचा बच्चा? 

डॉ. पटेल ने बताया कि ये बच्चा प्री-मेच्योर था. इस बच्चे को फेफड़े का इंजेक्शन भी देना पड़ा था क्योंकि बच्चे का फेफड़ा पहले से कंप्रोमाइज्ड था. नॉर्मली हेल्दी बेबी के साथ ऐसा सिचुएशन नहीं आएगा. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. बस सावधानी रखनी होगी. कोई इन्फेक्टेड हो जाता है तो सिंपल कॉटन का मास्क यूज करें और अपने हाथों को धोते रहें. बस. 

राजस्थान के डूंगरपुर से अहमदाबाद पहुंचा था बच्चा

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि राजस्थान के डूंगरपुर से सरवर आए 2 महीने के बच्चे में ये वायरस पाया गया है. हमें कोविड के दौरान अपनाए गए नियमों का पालन करना होगा. राज्य सरकार द्वारा SOP जारी किए जाएंगे. अभी घबराने की जरूरत नहीं है.' 
 

बेंगलुरु में बच्चों की ये है रिपार्ट 

प्रेस इन्फोर्मेंशन ब्यूरो की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक एचएमपीवी पहले से ही भारत समेत दुनिया भर में है. एचएमपीवी से जुड़ी श्वसन संबंधी बीमारियों की रिपोर्ट दूसरे देशों में भी हुई है. बेंगलुरु में एक 3 महीने की बच्ची जिसे ब्रोन्कोन्यूमोनिया पहले भी हो चुका है. इसमें एचएमपीवी का पता चला था. बच्ची के स्वस्थ्य होने के बाद उसे अब छुट्टी दे दी गई है. एक 8 महीने का बच्चा भी  एचएमपीवी वायरस से संक्रमित हुआ है. इसे भी पहले  ब्रोन्कोन्यूमोनिया हो चुका था.  ये बच्चा भी अब ठीक हो रहा है. ध्यान देने वाली बात है कि प्रभावित बच्चों में से किसी का भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई हिस्ट्री नहीं है. 

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