बांसवाड़ा जिले के सरकारी अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. यहां इंचार्ज डॉक्टर ने दो नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही पर नोटिस जारी किया, लेकिन यह कदम उन पर ही भारी पड़ गया. नर्सिंग स्टाफ ने पहले बंद कमरे में डॉक्टर को जमकर फटकार लगाई. इसके बाद जब डॉक्टर ने उनकी शिकायत कलेक्टर से की, तो मामला और गंभीर हो गया. नाराज नर्सिंग स्टाफ में से एक कर्मचारी बंदूक लेकर अस्पताल पहुंच गया और डॉक्टर को ढूंढने लगा. इस घटना से अस्पताल में हड़कंप मच गया. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. अब पुलिस लापरवाह नर्सिंग कर्मचारियों की तलाश में जुटी हुई है.
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बांसवाड़ा के एसपी हर्षवर्धन ने बताया कि पालोदा स्थित सरकारी अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. हिमांशु नंदा ने लोहारिया थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक ड्यूटी के दौरान नदारद रहे थे. इसलिए ही लापरवाही का नोटिस जारी कर दोनों से जवाब मांगा था और इसी बात से दोनों नाराज हो गए.
डॉक्टर ने पुलिस रिपोर्ट में कही ये बातें
रिपोर्ट में डॉ. हिमांशु नंदा ने बताया कि 12 दिसंबर को मैं ड्यूटी पर अस्पताल में था. इसी दौरान नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक ने धर्मशाला में कमरा आवेदन करने की एप्लीकेशन दी. इसे स्वीकार कर लिया. उसके बाद मुझे कमरा दिखाने के लिए ले गए और वहां पर कमरा बंद कर मुझे जबरदस्त तरीके से धमकाया और यहां तक कि जान की करने की धमकी भी दी. जब बाकी कर्मचारियों ने देखा कि कमरा बंद है तो बाकी स्टाफ ने जबरदस्ती कमरा खुलवाया. फिर मैंने इस पूरी घटनाक्रम की शिकायत कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की.
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अस्पताल में बंदूक लेकर घुसा लापरवाह नर्सिंगकर्मी
पूरे घटनाक्रम के बाद 13 दिसंबर को दोपहर के समय लापरवाह नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा बंदूक लेकर सरकारी अस्पताल में पहुंच गया और डॉक्टर हिमांशु को ढूंढने लगा. उस समय डॉ. हिमांशु बांसवाड़ा गए हुए थे. लेकिन, यह घटना सीसीटीवी कमरे में कैद हो गई.
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
पूरे घटनाक्रम को लेकर एसपी हर्षवर्धन का कहना है कि आपसी विवाद के बाद बंदूक लेकर अस्पताल में जाना खतरनाक मामला है. मामला संज्ञान में आने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं. दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई है.
जांच कर करेंगे विभागीय कार्रवाई ; सीएमएचओ
वहीं इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल के अनुसार एक कमेटी बनाई गई है. जिसमें मैं भी सदस्य हूं. मामला बड़ा गंभीर है. जल्द ही जांच कर लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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