समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आज आगरा पहुंचकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया है कि आगरा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हुआ हमला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था, जिसके पीछे राज्य सरकार की पूरी योजना थी.
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अखिलेश यादव ने कहा कि इस साजिश में राजस्थान के एक स्वजातीय स्वतंत्र विधायक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक सलाहकार और कुछ कथित "योगी सेना" के लोग शामिल थे.
लखनऊ के होटल में हुई थी साजिश की पटकथा तैयार
अखिलेश ने बताया कि राजस्थान के स्वतंत्र विधायक को लखनऊ के एक बड़े होटल में बुलाया गया, जहां पूरी योजना बनाई गई. आरोप है कि यूपी और राजस्थान के कुछ अराजक तत्वों को फंडिंग कर माहौल को तनावपूर्ण बनाने की कोशिश की गई.
उनका कहना है कि इसका मकसद दोहरा था—
- यह दिखाना कि राजपूत समाज सीएम योगी के साथ है, ताकि उनकी कुर्सी बची रहे.
- पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समाज में डर का माहौल बनाना, जिससे वे अपनी आवाज उठाना बंद कर दें.
'सरकारी फंडिंग से हुआ सब कुछ'
अखिलेश ने सवाल उठाते हुए कहा कि जो प्रदर्शन और हमला हुआ, उसमें खाना, टेंट, गाड़ियां और ठहरने की व्यवस्था किसने की? उनका दावा है कि ये सब सरकार की मदद और फंडिंग से हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि कई एजेंसियां और सोशल मीडिया अकाउंट्स, योगी सेना के नाम पर हिंसा और नफरत से जुड़ी रील्स व फोटो वायरल कर रहे हैं.
'राजनीति कर रही है योगी सरकार'
अखिलेश ने कहा कि सरकार का मकसद पीडीए समाज को डराना और दबाना है. उन्होंने कहा, “सरकार जानती है कि 2027 में यही तबका सपा के साथ खड़ा होगा, इसलिए उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है.” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में हुए उपचुनावों में लोगों को धमकाकर वोट डालने से रोका गया.
'करणी सेना मासूम हैं'
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं को योगी सरकार कठपुतली की तरह इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने उन्हें “मासूम” बताया और कहा कि ये लोग केवल एक योजना का हिस्सा बने.
क्या है मामला?
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने हाल ही में राणा सांगा को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिसके बाद आगरा में 12 अप्रैल को राजपूत संगठनों ने प्रदर्शन किया. इसी क्रम में उनके घर पर हमला भी हुआ. इसके बाद आज अखिलेश यादव खुद आगरा पहुंचे और सुमन से मुलाकात की. उनके काफिले में सपा के झंडों के साथ 'जय भीम' के झंडे और नीले पटके भी नजर आए, जिसे राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
क्या बोले अखिलेश?
“ये हमला अचानक नहीं था. बहुत सोच-समझकर किया गया. इसकी पूरी स्क्रिप्ट पहले से तैयार की गई थी. इसमें राजस्थान से लेकर लखनऊ तक का कनेक्शन है.”
सोशल मीडिया पर चर्चा तेज
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद राजस्थान के उस कथित विधायक को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गई हैं. लोग जानना चाह रहे हैं कि वह कौन है, जिसका नाम अब तक सामने नहीं आया है.
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