राजस्थान की राजधानी जयपुर में जहां सुहागिने अपने सुहाग की लंबी उम्र का व्रत रख रही थीं वहीं एक घर में कुछ और चल रहा था. वो दिन भर भूखी-प्यासी रही, शाम हुई तो चांद के निकलने से पहले पति के आने की आस लगाए बैठी रही, शाम होने तक चांद भी निकल आया.
ADVERTISEMENT
मोहल्ले की तमाम महिलाओं ने अपने पति के साथ चांद की पूजा भी कर ली, लेकिन मोनिका पति के आने की राह देखती रही. आधी रात हो जाने तक भी उसका पति घनश्याम घर नहीं आया. आधी रात के बाद जब वो अपने घर पहुंचा तो पत्नी मोनिका के साथ उसकी बहस हो गई. देखते ही देखते झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि मोनिका घर छोड़कर चली गई. उसके बाद जो कुछ भी हुआ उसे सुनकर हर किसी का कलेजा कांप उठा.
बात इतनी बढ़ गई कि पत्नी नाराज होकर घर छोड़कर चली गई. इधर पति भी उसके पीछे निकल गया. काफी देर बाद पत्नी तो नहीं पर उसका क्षत-विक्षत शव जरूर मिला. दरअसल पत्नी ट्रेन के आगे कूद गई और उसकी जान चली गई. ये देख पति अपना मानसिक संतुलन खो बैठा. उसने भी पत्नी के वियोग में जान दे दी.
बड़े भाई को मैसेज भेज दे दी जान
मौत को गले लगाने से पहले पति ने वाट्सएप चैट में चार लाइन का आखिरी मैसेज लिखा- ''भाई, मैं हार गया सॉरी! गणपत जी और घनश्याम कंडेल से बात कर लेना वो आपकी मदद कर देंगे. मेरी आईडी पर अब आपको काम करना है, मेरी वाइफ आज ट्रेन के सामने कट गई.'
यह मैसेज जब तक बड़ा भाई रिसीव करता तब तक घनश्याम ने पत्नी की साड़ी से फंदा लगाकर झूल गया. मरने वाले शख्स का नाम घनश्याम और उसकी पत्नी का नाम मोनिका है. दोनों का भरा-पूरा परिवार था, परिवार में एक बेटा और बेटी भी हैं, लेकिन इन दोनों ने ये भी नहीं सोचा कि इनके बाद बच्चो का क्या होगा. दोनों ने अपनी आपसी कलह की वजह से अपनी जान दे दी. अपने दोनों बच्चों को हमेशा के लिए अनाथ करके चले गए.
यह भी पढ़ें:
UP: करवाचौथ के पहले गजब हो गया, पत्नी ने किया ऐसा कांड...मुंह छुपाता फिर रहा पति
ADVERTISEMENT