Rajasthan by-election: प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. उपचुनाव में बीजेपी कांग्रेस से दो कदम आगे चल रही है. जहां कांग्रेस ने अभी तक बैठकों का दौर ही शुरू किया है, वहीं बीजेपी ने उम्मीदवारों का पैनल तक तैयार कर लिया है. रविवार को प्रदेश की 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा में जयपुर से लेकर दिल्ली तक मैराथन बैठकों का दौर चला. प्रदेश कोर कमेटी ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हर विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन नाम का पैनल तैयार कर लिया है. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारे बड़े चेहरों पर दांव खेल सकती है. प्रदेश में 13 नवंबर को 7 सीटों पर मतदान होगा. इनमें झुंझुनूं, रामगढ़, देवली-उनियारा, दौसा, खींवसर चौरासी, सलूंबर सीटों पर वोटिंग होगी और23 नवंबर को नतीजे आएंगे.
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आपको बता दें कि प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों को लेकर पहले मुख्यमंत्री आवास पर कोर ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में वैसे तो सभी उपचुनाव वाली सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन झुंझनू, खींवसर, चौरासी, देवली-उनियारा और सलूंबर सीटों पर बड़े चेहरों पर दांव खेलने पर मंथन हुआ. इनमें विधानसभा और लोकसभा चुनावों में हारे हुए प्रत्याशियों के नामों पर भी बात हुई. कहा जा रहा है कि खींवसर सीट से विधानसभा और लोकसभा चुनाव हार चुकीं ज्योति मिर्धा पर पार्टी फिर से दांव खेलने की तैयारी में है.
कोर ग्रुप की बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा
जयपुर में हुई कोर ग्रुप की बैठक के बाद दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर रविवार रात को प्रदेश की 7 सीटों के उपचुनावों को लेकर बैठक हुई. बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रभारी डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, विजया राहटकर, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, सीपी जोशी, राजेंद्र राठौड़, कैलाश चौधरी, राजेंद्र राठौड़, कैलाश चौधरी मौजूद रहे. बैठक में कोर ग्रुप की ओर तैयार किया पैनल वरिष्ठ नेताओं के समक्ष रखा गया.
पार्टी में उत्साह
हरियाणा में हुई भाजपा की जीत के बाद पार्टी में उत्साह है. यही वजह है कि कोर कमेटी की बैठक में हरियाणा चुनाव परिणाम को लेकर भी चर्चा हुई. बैठक में यह माना कि हरियाणा में जीत के बाद प्रदेश टीम पर उपचुनाव जीतने का दबाव रहेगा. ऐसे में बड़े नेताओं को उतारना जरूरी है.
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