पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर थोड़ा थमा है, लेकिन मानसून ने अभी विदाई नहीं ली है. 18 सितंबर से फिर मानसून एक्टिव हो रहा है. एक नए सिस्टम के साथ जयपुर, भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान बादल गरजने के साथ वज्रपात की भी संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मौसम खराब होने पर हरे पेड़ों की ओट लेना खतरनाक हो सकता है.
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मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक 16 सितंबर को पश्चिम बंगाल और झारखंड के ऊपर एक गहरा अवदाब बना हुआ है. इसके आगामी 24 घंटों में लगभग पश्चिम दिशा की ओर (WNW) आगे बढ़ने और कमजोर होकर डिप्रेशन में बदलने की संभावना है.
इस नए सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान में 18 से 19 सितंबर के बीच कहीं-कहीं बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी. जयपुर और भरतपुर संभाग के कुछ भागों में भारी बारिश तो उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
पश्चिमी राजस्थान में शुष्क रहेगा मौसम
पश्चिमी राजस्थान के जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. 18 से 19 सितंबर के बीच शेखावाटी क्षेत्र और बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इस दौरान बादल गरजने और बिजली चमकने की भी संभावना है. वज्रपात भी हो सकता है.
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक 18 और 19 सितंबर को अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इसके अलावा अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं 19 सितंबर को चुरू और जोधपुर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
बादल गरजे तो न लें हरे पेड़ों की ओट
मौसम विभाग के मुताबिक येलो अलर्ट के दौरान बिजली चमकने, बादल गरजने के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान हरे पेड़ों की ओट लेने से बचें. साथ ही बिजली के उपकरण बंद कर दें और मोबाइल का इस्तेमाल न करें.
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