Rajasthan Weather Update: जयपुर, अजमेर समेत 17 जिलों में येलो अलर्ट, IMD का बारिश को लेकर बड़ा अपडेट

बृजेश उपाध्याय

14 Oct 2024 (अपडेटेड: Oct 14 2024 3:02 PM)

IMD के मुताबिक उदयपुर और कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन बारिश की गतिविधियां 15 अक्टूबर को भी जारी रहने की संभावना है. इस दौरान राज्य के उत्तर-पश्चिमी व उत्तरी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है.

तस्वीर: AI

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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राजस्थान में अब मानसून के प्रभाव नहीं बल्कि इन हवाओं से हो रही बारिश.

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15 अक्टूबर तक बारिश और वज्रपात की गतिविधियां जारी रहने की संभावना.

राजस्थान में अब मानसून वाली नहीं बल्कि पूर्वी हवाओं के प्रभाव से बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने जयपुर, अजमेर और उदयपुर समेत 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी हवाओं के प्रभाव से 13-14 अक्टूबर को दक्षिणी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर और जयपुर संभाग के अलावा आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. 

IMD के मुताबिक उदयपुर और कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन और बारिश की गतिविधियां 15 अक्टूबर को भी जारी रहने की संभावना है. इस दौरान राज्य के उत्तर-पश्चिमी व उत्तरी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गयी. पश्चिमी राजस्थान में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा.

मौसम विभाग के मुताबिक सर्वाधिक बारिश चित्तौडगढ़ के डूंगला में 47 मिमी दर्ज की गयी. राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस हनुमानगढ़ के संगरिया में दर्ज किया गया. 

इन जिलों में येलो अलर्ट

IMD के मुताबिक अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर में मेघ गर्जन और वज्रपात के अलावा हल्की बारिश हो सकती है. वहीं 15 अक्टूबर को बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और उदयपुर में येलो अलर्ट जारी किया गया है. 

मौसम विभाग ने ये अलर्ट भी किया जारी

मौसम विभाग के मुताबिक मेघ गर्जन और वज्रपात के हालात में हरे पेड़ों की ओट लेने से बचना चाहिए. बहुत जरूरी कार्य न हो तब तक घर से बाहर न निकलें और घरों में इलेक्ट्रॉनिंग उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मौसम खराब होते ही घर के  इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कर देने चाहिए. 

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