उदयपुर के मेवाड़ राजपरिवार में तनातनी, सिटी पैलेस के बाहर पथराव, 3 घायल, जानें पूरा मामला

ललित यादव

26 Nov 2024 (अपडेटेड: Nov 26 2024 10:22 AM)

उदयपुर के प्रतिष्ठित मेवाड़ राजपरिवार में संपत्ति विवाद अब खुलकर सामने आ गया है. स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सोमवार को सिटी पैलेस के बाहर पत्थरबाजी और झड़प हुई. घटना तब हुई जब भाजपा विधायक और राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह को सिटी पैलेस में प्रवेश करने से रोक दिया गया.

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उदयपुर के प्रतिष्ठित मेवाड़ राजपरिवार में संपत्ति विवाद अब खुलकर सामने आ गया है. स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सोमवार को सिटी पैलेस के बाहर पत्थरबाजी और झड़प हुई. घटना तब हुई जब भाजपा विधायक और राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह को सिटी पैलेस में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसके बाद उनके समर्थकों और सिटी पैलेस प्रबंधन के बीच विवाद हुआ, जिसमें तीन लोग घायल हो गए,

विश्वराज सिंह का हुआ राजतिलक

इस विवाद की जड़ हाल ही में शुरू हुई जब नवंबर की शुरुआत में उनके पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद सोमवार (25 नवंबर) को चित्तौड़गढ़ किले में एक परंपरा के तहत विश्वराज सिंह को पूर्व राजपरिवार के मुखिया के रूप में नियुक्त किया गया. इस आयोजन को ‘पगड़ी दस्तूर’ कहा जाता है, जो चित्तौड़गढ़ के फतह प्रकाश महल में संपन्न हुआ. इस रस्म के दौरान खून से उनका तिलक किया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई.

सिटी पैलेस में प्रवेश को लेकर विवाद

राजतिलक के बाद विश्वराज सिंह उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित ‘धूणी स्थल’ पर नमन करने और एकलिंगनाथजी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे. लेकिन सिटी पैलेस के प्रबंधन, (जिसे उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह और चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ देखते हैं) ने उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी. अरविंद सिंह ने इसे ‘गैरकानूनी’ बताते हुए रोक दिया और उनके खिलाफ कानूनी नोटिस भी जारी किया.  

दोनों पक्षों में झड़प और पथराव 

सिटी पैलेस में प्रवेश न मिलने पर विवाद बढ़ गया. विश्वराज सिंह के समर्थकों ने पैलेस के गेट पर धावा बोलने की कोशिश की और नारेबाजी की. इस दौरान पत्थरबाजी हुई, जिससे तीन लोग घायल हो गए. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़कर पैलेस के करीब पहुंचने की कोशिश की.  

अरविंद सिंह का बयान और ट्रस्ट का नोटिस

सिटी पैलेस और एकलिंगनाथजी मंदिर का प्रबंधन अरविंद सिंह मेवाड़ के जिम्मे है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सिटी पैलेस का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट ने विश्वराज सिंह को सदस्य के रूप में मान्यता नहीं दी है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को पैलेस संग्रहालय में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.  

पुलिस बल तैनात, स्थिति तनावपूर्ण 

झड़प की संभावना को देखते हुए सिटी पैलेस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. उदयपुर के जिला मजिस्ट्रेट अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल ने दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.  

विश्वराज सिंह की प्रतिक्रिया

घटना के बाद विश्वराज सिंह ने कहा कि राजपरिवार की परंपराओं और शाही रस्मों को रोकना गलत है. उन्होंने सिटी पैलेस में प्रवेश से रोकने और झड़प की घटना की निंदा की.  

इनपुट: सतीश शर्मा

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