राजस्थान में उपचुनाव के दिन देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर बवाल के बाद निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा अभी भी जेल में बंद है. नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई. अब नरेश मीणा को जेल से छुड़ाने के लिए उनके समर्थक आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं.
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बीते दिन इसी जन आंदोलन की रूपरेखा तय किये जाने को लेकर संघर्ष समिति के साथ बैठक के लिये कांग्रेसी प्रहलाद गुंजल के बाद समिति के सदस्यों ने प्रेसवार्ता कर यह घोषणा की है.संघर्ष समिति के संयोजक व सरपंच संघ के अध्यक्ष मुकेश मीणा के अलावा पूर्व सरपंच छाण बास सूर्या में प्रेसवार्ता में बताया कि पहले महापंचायत जयपुर जिले में रखा जाना तय हुआ था, लेकिन अब यह टोंक जिले के नगरफोर्ट में आयोजित की जायेगी.
29 दिसंबर के पहले नरेश मीणा को किया जाए रिहा
संघर्ष समिति के सदस्यों ने समरावता में रात हुई घटना के लिये पूरी तरह से पुलिस व प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि नरेश मीणा और उनके समर्थकों के विरूद्ध झूठे मामले दर्ज किये गए हैं. संघर्ष समिति की मांग है कि सरकार से 28 दिसंबर के पूर्व इस मामले में गिरफ्तार सभी निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए. संघर्ष समिति ने 29 दिसंबर से पहले ही इस मामले की न्यायिक जांच कराये जाने व समरावता गांव में हुई आगजनी के अलावा हिंसा की घटना के सभी पीड़ितों को संपूर्ण मुआवजा दिये जाने की भी मांग की.
महापंचायत के बाद हो सकता है महापड़ाव
संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि मांगें नहीं माने जाने पर महापंचायत महापड़ाव बदल सकती है और समर्थक नगरफोर्ट से कलेक्ट्री की तरफ कूच कर सकते हैं. संघर्ष समिति ने कहा कि इस महापंचायत में कांग्रेसी नेता प्रहलाद गुंजल के अलावा अन्य कई दिग्गज नेताओं के आने का कार्यक्रम है. महापंचायत में दो लाख की संख्या में भीड़ जुटाने दावा किया गया है.
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