Who is Vaibhav Suryavanshi: आईपीएल 2025 में शनिवार का दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास रहा. राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपरजायंट्स के बीच हुए इस रोमांचक मुकाबले को लखनऊ ने 2 रन से अपने नाम किया. लेकिन मैच का असली आकर्षण रहा राजस्थान की ओर से खेलने वाले 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने डेब्यू करते ही कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर लिए
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सबसे कम उम्र में IPL डेब्यू
वैभव सूर्यवंशी ने महज 14 साल और 23 दिन की उम्र में आईपीएल में डेब्यू किया. इस उपलब्धि के साथ वह आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड प्रयास रे बर्मन के नाम था, जिन्होंने 16 साल 157 दिन की उम्र में RCB के लिए डेब्यू किया था. वैभव ने सिर्फ अपनी उम्र से ही नहीं, बल्कि अपने पहले ही शॉट से सभी का दिल जीत लिया. उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर शानदार छक्का जड़कर एक खास क्लब में जगह बना ली.
पहली गेंद पर छक्का जड़ने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में वैभव का नाम भी अब शामिल हो गया है. इस सूची में पहले से ये खिलाड़ी शामिल हैं: आंद्रे रसेल, कार्लोस ब्रैथवेट, केवोन कूपर, समीर रिज़वी, महेश तीक्ष्णा, रोब क्विनी, और अब वैभव सूर्यवंशी.
कम उम्र में बने स्टार खिलाड़ी
वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ में साइन किया था. इससे पहले वैभव ने अंडर-19 टेस्ट में केवल 58 गेंदों में शतक जड़ा था. अंडर-19 एशिया कप में भी वैभव ने शानदार 176 रन की पारी खेली थी. इसके अलावा डोमेस्टिक क्रिकेट में तिहरा शतक भी उनके नाम है. हाल ही में उन्होंने जोस बटलर और जोफ्रा आर्चर जैसे इंटरनेशनल खिलाड़ियों के साथ नेट्स में अभ्यास किया था.
बता दें शनिवार को राजस्थान और लखनऊ के बीच यह मैच आखिरी ओवर तक रोमांचक बना रहा. राजस्थान को आखिरी ओवर में 9 रन की जरूरत थी. लेकिन लखनऊ के गेंदबाज आवेश खान ने शानदार गेंदबाजी की और सिर्फ 6 रन देकर अपनी टीम को 2 रन से जीत दिला दी.
कौन हैं वैभव सूर्यवंशी
वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के ताजपुर गांव में हुआ था. बेहद कम उम्र से ही क्रिकेट के प्रति उनका जुनून के कारण वह सिर्फ चार साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. उनके पिता संजीव ने बेटे के सपनों को पहचानकर घर के पीछे एक छोटा मैदान बनवाया और उन्हें पूरी तरह सपोर्ट किया. जब वैभव नौ साल के हुए, तो उन्हें समस्तीपुर की एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया गया. वहां कड़ी मेहनत और अभ्यास के बाद उन्होंने विजय मर्चेंट ट्रॉफी के अंडर-16 ट्रायल दिए. उम्र कम होने के कारण वो स्टैंडबाय में रहे, लेकिन इस दौरान उन्हें पूर्व रणजी खिलाड़ी मनीष ओझा से कोचिंग मिली, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को तराशा. नतीजतन, वैभव ने 12 साल की उम्र में बिहार के लिए वीनू मांकड़ ट्रॉफी में खेलते हुए पांच मैचों में करीब 400 रन बनाए और अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया. उनकी कहानी आज कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है.
ऐसा है क्रिकेट करियर
वैभव सूर्यवंशी ने अपने छोटे से करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. नवंबर 2023 में उन्हें इंडिया बी अंडर-19 टीम में चुना गया, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 41 रन की पारी खेली. हालांकि वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं मिली, लेकिन उन्होंने बिहार के अंडर-23 कैंप में शानदार प्रदर्शन कर रणजी टीम में जगह बना ली. जनवरी 2024 में, उन्होंने सिर्फ 12 साल 284 दिन की उम्र में फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया. वह भारत के सबसे कम उम्र के फर्स्ट-क्लास क्रिकेटर्स में शामिल हो गए. सितंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 टेस्ट में 62 गेंदों में 104 रन की धमाकेदार पारी खेली और 58 गेंदों में शतक जड़ दिया. 2024 अंडर-19 एशिया कप में दो अर्धशतक लगाकर टीम को फाइनल तक पहुंचाया. वहीं, विजय हजारे ट्रॉफी में डेब्यू कर लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे युवा भारतीय बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया.
गूगल CEO ने की तारीफ
14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा, पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा. इसके बाद भी वैभव ने आक्रामक रुख बनाए रखा और सिर्फ 20 गेंदों में 170 के स्ट्राइक रेट से 34 रन बनाए, जिसमें 3 छक्के और 2 चौके शामिल रहे. उनकी इस शानदार पारी ने सभी का ध्यान खींचा. Google के CEO सुंदर पिचाई भी उनकी बल्लेबाजी से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा – " सुबह उठकर 8वीं क्लास के बच्चे को आईपीएल में खेलते देखा!! क्या गज़ब का डेब्यू किया है."
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