सीता नवमी, माता सीता के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. इस दिन, देश भर के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. आपको बता दें, इस साल सीता नवमी 16 मई को मनाई जाएगी. अगर आप इस दिन माता सीता के मंदिर जाना चाहते हैं तो हम आपको कुछ मंदिरों के बारे में बताएंगे जहां आप माता सीता के आराध्य दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.
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सीतामढ़ी है माता सीता की जन्मस्थली
माता सीता का जन्म स्थान बिहार राज्य के सीतामढी जिले में स्थित है. सीतामढी को देवी सीता की जन्मस्थली माना जाता है. इस स्थान पर एक मंदिर है जो देवी सीता को समर्पित है. सीता नवमी पर भक्त देवी सीता को श्रद्धांजलि देने और उनके पवित्र स्थान को देखने के लिए इस स्थान पर आते हैं. सीता नवमी के दिन, यह मंदिर विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होता है.
सीता देवी मंदिर, केरल
सीता देवी मंदिर केरल के वायनाड जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. यह मंदिर माता सीता, भगवान राम की पत्नी को समर्पित है. यह मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है और पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है. इस मंदिर में आपको लव और कुश की मूर्तियां भी देखने को मिलेंगी. यहां पूजा के लिए आने वाले भक्तों को बेहद सुकून का अहसास होता है. मंदिर को सीता देवी लव कुश मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
सीता गुफा, महाराष्ट्र
सीता गुफा भारत के कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है. यह गुफा महाराष्ट्र के नासिक शहर में स्थित है. यह गुफा हिंदू महाकाव्य रामायण से जुड़ी है. माना जाता है कि भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने वनवास के दौरान यहां कुछ समय व्यतीत किया था. सीता गुफा न केवल अपनी धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह प्राकृतिक सुंदरता से भी संपन्न है. माना जाता है कि इस गुफा का निर्माण राष्ट्रकूट वंश के राजाओं ने करवाया था. गुफा में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की कई मूर्तियाँ हैं. यहाँ शिवलिंग और नंदी की भी मूर्तियाँ हैं. गुफा में जाने के लिए आपको सीढ़ियों से होकर गुजरना होगा. बता दें, गुफा में घूमने का समय सुबह 6:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक है.
मध्यप्रदेश में स्थित है माता सीता का विशाल मंदिर
माँ सीता मंदिर, मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में करीला नामक स्थान पर स्थित एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है. यह मंदिर माता सीता, भगवान राम की पत्नी को समर्पित है. यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है और प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है. माँ सीता मंदिर धार्मिक आस्था और पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. माँ सीता मंदिर का इतिहास कई सदियों पुराना है. यह मंदिर 12वीं शताब्दी में राजा भोज द्वारा निर्मित माना जाता है. माना जाता है कि भगवान राम और माता सीता ने वनवास के दौरान कुछ समय करीला में बिताया था. इसलिए, यह स्थान हिन्दू धर्म के लिए विशेष महत्व रखता है.
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