पैन 2.0: क्या है नया पैन कार्ड और क्यों सरकार को इसे लॉन्च करना पड़ा? धोखाधड़ी करने वाले सावधान!

India New Secure PAN Card: आधुनिक डिजिटल युग में पहचान और वित्तीय लेनदेन की सुरक्षा बेहद जरूरी हो गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने 'पैन 2.0' पेश किया है. यह नया पैन कार्ड अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगा और इसे अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कई नई विशेषताएं जोड़ी गई हैं. आइए जानते हैं कि यह नया पैन कार्ड क्या है, इसमें क्या बदलाव किए गए हैं...

सरकार ने धोखाधड़ी रोकने के लिए लॉन्च किया पैन 2.0.

सरकार ने धोखाधड़ी रोकने के लिए लॉन्च किया पैन 2.0.

सुमित पांडेय

15 Mar 2025 (अपडेटेड: 15 Mar 2025, 12:14 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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सरकार को क्यों लॉन्च करना पड़ा नया पैन कार्ड 2.0

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कैसे साइबर ठग इसे बना रहे हैं जालसाजी का नया हथियार?

भारत सरकार ने हाल ही में 'पैन 2.0' को लॉन्च करने की घोषणा की, जो परंपरागत पैन कार्ड से कई मामलों में उन्नत है. इसमें डिजिटल क्यूआर कोड, तेज़ सत्यापन प्रक्रिया और साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने वाली तकनीकें जोड़ी गई हैं. लेकिन इस नई सुविधा के साथ ही ऑनलाइन ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं.

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पैन 2.0, भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे वित्तीय सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा. यह डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो पैन कार्ड को अधिक सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाएगा. अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो आपको जल्द ही इसे अपडेट करने की जरूरत पड़ सकती है.

क्या है पैन 2.0?

पैन 2.0, पारंपरिक पैन कार्ड का एक अपग्रेडेड वर्जन है, जिसमें खास विशेषताएं जोड़ी गई हैं... जो इसे पहले से ज्यादा सिक्योर और बेहतर बनाती हैं.

डिजिटल क्यूआर कोड: इससे किसी भी व्यक्ति के पैन विवरण की त्वरित वेरिफिकेशन हो सकेगी.

रियल-टाइम अपडेट: टैक्सपेयर्स को अपने विवरण को तुरंत अपडेट करने की सुविधा मिलेगी.

फ्रॉड-प्रूफ डिज़ाइन: जाली पैन कार्ड बनाने पर रोक लगाने के लिए इसमें हाई-सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े गए हैं.

सरकार को पैन 2.0 क्यों लॉन्च करना पड़ा?

पिछले कुछ वर्षों में पैन कार्ड धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें फर्जी पैन कार्ड बनाकर वित्तीय अपराध किए गए. इसी को रोकने के लिए सरकार ने पैन कार्ड को अधिक सुरक्षित और डिजिटल रूप में मजबूत बनाने का निर्णय लिया.

फर्जी पैन कार्ड की बढ़ती घटनाएं: कई लोग गलत पहचान के साथ फर्जी पैन कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे टैक्स चोरी और बैंकिंग फ्रॉड बढ़ रहे थे.

डिजिटल ट्रांजैक्शन में सुरक्षा: डिजिटल इंडिया अभियान के तहत ऑनलाइन लेन-देन को अधिक सुरक्षित बनाने की जरूरत महसूस हुई.

तेजी से हो रही टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन: डिजिटल वेरिफिकेशन को आसान बनाने और बायोमेट्रिक पहचान को पैन से जोड़ने की जरूरत थी.

सरकारी योजनाओं के साथ इंटीग्रेशन: विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पैन कार्ड की आवश्यकताओं को और पारदर्शी बनाना जरूरी था.

कैसे हो रही है पैन 2.0 के नाम पर ठगी?

दिल्ली के रोहित शर्मा (बदला हुआ नाम) को कुछ दिन पहले एक व्हाट्सएप मैसेज मिला, जिसमें दावा किया गया कि उन्हें 'पैन 2.0' अपडेट करना जरूरी है, अन्यथा उनका पुराना पैन निष्क्रिय हो जाएगा.

मैसेज में एक लिंक दिया गया था, जिस पर क्लिक करते ही उन्हें एक फॉर्म भरने को कहा गया. उन्होंने जैसे ही अपनी पर्सनल डिटेल्स (नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, ओटीपी) डाली, उनके बैंक अकाउंट से ₹50,000 कट गए. बाद में जांच करने पर पता चला कि यह एक फर्जी वेबसाइट थी, जिसे साइबर अपराधियों ने असली सरकारी वेबसाइट जैसा बनाया था.

कैसे बचें इस तरह की धोखाधड़ी से?

  • सरकार के आधिकारिक पोर्टल से ही अपडेट करें: NSDL या UTIITSL की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ही कोई बदलाव करें.
  • अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें: व्हाट्सएप, ईमेल या एसएमएस में आए किसी भी लिंक को ओपन करने से पहले सावधानी बरतें.
  • बैंक से तुरंत संपर्क करें: यदि धोखाधड़ी हो जाए तो तुरंत अपनी बैंक और साइबर सेल को सूचित करें.
  • किसी से ओटीपी साझा न करें: कोई भी सरकारी एजेंसी आपसे फोन पर ओटीपी या अन्य पर्सनल डिटेल्स नहीं मांगेगी.

कहां करें शिकायत

पैन 2.0 एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके नाम पर साइबर ठगों ने भी आम लोगों को ठगने का नया तरीका खोज लिया है. ऐसे में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है. अगर आप भी ऐसे किसी स्कैम का शिकार हुए हैं तो तुरंत cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं.

साइबर धोखाधड़ी से बचें

नए पैन कार्ड के नाम पर कई साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट्स और ईमेल के जरिए लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं. यदि आपको किसी भी अनजान लिंक से नया पैन कार्ड अपडेट करने का मैसेज मिले, तो पहले उसकी प्रमाणिकता जांच लें. केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही पैन 2.0 के लिए आवेदन करें.

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