आयोध्या में फर्स्ट नाइट मनाते हुए दूल्हा-दुल्हन की मौत पर नया अपडेट आया है. एक तरफ दूल्हा प्रदीप कुमार और दुल्हन शिवानी के परिवार वाले किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहते हैं. वहीं दुल्हन की चाची से बात करने पर उन्होंने एक और इशारा दिया है. अब ये केस और रहस्य से भर गया है. पुलिस अब इस केस में बुरी तरह उलझ गई है.
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दुल्हन के ताऊ संतराम ने बताया कि प्रदीप और शिवानी की शादी एक साल पहले ही तय हो गई थी. दोनों के बीच काफी बातें होती थी. शिवानी इस शादी से काफी खुश थी. उसने अपनी शादी की पूरी शॉपिंग भी खुद से की थी. खुद से लहंगा और कपड़े पसंद किए थे. ऐसी कोई बात इनके रिश्ते में नहीं थी जो खटके.
इधर दुल्हन के माता-पिता का कहना है कि घटना के वक्त शिवानी के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था. उसका मोबाइल कपड़े के साथ गलती से धुलकर खराब हो गया था. वो ससुराल बिना मोबाइल के गई थी. प्रदीप के घरवालों का भी कहना है कि वो बहुत शांत लड़का था. शिवानी भी अच्छी लड़की थी. दोनों में प्यार था. उन्होंने इस घटना में तीसरे किसी के होने की शंका को भी नकारते हुए किसी भी तरह की कार्रवाई से इनकार किया है. वहीं शिवानी के ताऊ भी प्रदीप की तारीफ करते हुए नजर आए.
दोनों के रिश्ते अच्छे थे तब ये सब कैसे हो गया?
पुलिस इस केस में काफी उलझ चुकी है. सवाल ये है कि दोनों के रिश्ते अच्छे थे तब अचानक ऐसा क्या हुआ कि 12 रात को कमरे में पहुंचे पति-पत्नी की जवनलीला 3 घंटे में ही खत्म हो चुकी थी. इन तीन घंटों में ऐसा क्या हो गया? दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने. फिर क्या हुआ कि प्रदीप ने कथित तौर पर शिवानी का गला घोंट खुद फंदे पर झूल गया. ये गुत्थी सुरझने की बजाय उलझती जा रही है. कोई और भी कमरे में गया था? किसी तीसरे का भी हाथ है इससे प्रदीप के घरवाले भी इनकार कर रहे हैं.
चाची ने बताई नई कहानी
इधर शिवानी के चाची ने बताया कि प्रदीप और शिवानी के रिश्ते काफी अच्छे थे. दोनों किसी तरह की कोई अनबन नहीं थी. शिवानी के पास तो मोबाइल भी नहीं था. हालांकि प्रदीप के पास कितने मोबाइल और कितने नंबर थे ये पता नहीं. शिवानी और प्रदीप की फोन पर अक्सर बात होती थी. शिवानी अपनी मां के फोन से ही प्रदीप से बात करती थी. वहीं शिवानी के माता-पिता का कहना है कि उसका फोन खराब हो गया था इसलिए वो ससुराल फोन लेकर नहीं गई थी.
ये है पूरा मामला
सहादतगंज स्थित मुरावन गांव के प्रदीप कुमार की शादी 7 मार्च को खंडासा की शिवानी से धूमधाम से हुई. दोपहर करीब 1 बजे प्रदीप अपनी दुल्हन शिवानी की विदाई कराकर घर लाया. यहां दुल्हन के आगमन पर जोरदार वेलकम हुआ. इसके बाद दुल्हन देखने, उसे गिफ्ट देने, मुंह दिखाई देने से लेकर हंसी-ठिठोली चलती रही. अगले दिन 9 मार्च को घर में रिसेप्शन था. उसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं. रात करीब 12 बजे प्रदीप शिवानी के कमरे में गया. सुबह 6 बजे घर वालों ने दरवाजा खटखटाया. नहीं खुलने पर 7 बजे फिर खटखटाया. कोई आवाज नहीं मिली तो खिड़की तोड़ी गई. उससे लोगों ने देखा कि प्रदीप पंखे से लटकर रहा है. दरवाजा तोड़ा गया. बेड पर शिवानी का शव पड़ा था. बगल में टेबल पर उसने गहने उतार रखे थे. पानी का ग्लास यूं ही पड़ा था. शिवानी के गले पर चोट का निशान था. प्रदीप फंदे से लटका था.
इनपुट: मयंक शुक्ला
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