BSP Chief Mayawati Removes Akash Anand: उत्तर प्रदेश की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी (BSP) एक बार फिर चर्चा में है. पार्टी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ में आयोजित एक अहम बैठक में बड़े फेरबदल किए हैं. इस बैठक में आकाश आनंद को BSP के सभी पदों से हटाने का ऐलान किया गया, वहीं मायावती के भाई आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को पार्टी के नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया गया.
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BSP से आकाश आनंद की विदाई
लखनऊ में हुई इस समीक्षा बैठक में मायावती ने साफ कर दिया कि आकाश आनंद अब पार्टी में किसी भी पद पर नहीं रहेंगे. पिछले साल दिसंबर 2023 में मायावती ने अपने भतीजे आकाश को नेशनल को-ऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उनके विवादित बयानों ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था.
मई 2024 में मायावती ने उन्हें इन जिम्मेदारियों से हटा दिया था, और अब ताजा फैसले में उनकी पूरी तरह छुट्टी कर दी गई है. बैठक में आकाश आनंद की गैर-मौजूदगी ने भी इस फैसले की पुष्टि की.
आनंद कुमार और रामजी गौतम नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर
आकाश की जगह अब मायावती के भाई और पार्टी महासचिव आनंद कुमार को नेशनल को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनके साथ राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को भी यह अहम भूमिका दी गई है. बैठक में मायावती के साथ आनंद कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा और रामजी गौतम मौजूद रहे. कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने भी इस बैठक में शिरकत की, जिसमें संगठन की मजबूती और आगामी रणनीतियों पर चर्चा हुई.
आकाश आनंद के बयानों ने बढ़ाई थी मुश्किलें
आकाश आनंद के कुछ बयानों ने BSP के लिए विवाद खड़ा किया था. सीतापुर में एक रैली के दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार को "आतंक की सरकार" करार दिया था, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. इसके अलावा, उनके जोश में आए बयानों जैसे "जूते मारने का मन करता है" और गाली-गलौज वाले शब्दों की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई थी. मायावती ने तब कहा था कि आकाश को परिपक्वता हासिल करने तक जिम्मेदारियों से दूर रखा जाएगा, लेकिन अब उनकी पूरी तरह विदाई ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हैरान कर दिया है.
इस फेरबदल के बाद BSP के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. आकाश आनंद को युवा चेहरा मानते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं में उनके प्रति उत्साह था, लेकिन उनके हटने से संगठन में नई दिशा की उम्मीदें धूमिल हो सकती हैं. दूसरी ओर, आनंद कुमार और रामजी गौतम के अनुभव पर मायावती ने भरोसा जताया है.
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