UP News: वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. चौखंडी स्टेशन के पास महाकाल एक्सप्रेस के सामने एक मां ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. इस हादसे की वजह पति-पत्नी के बीच शक और पारिवारिक झगड़े बताए जा रहे हैं.
ADVERTISEMENT
सात साल पहले हुई थी शादी
जंसा के भदया गांव की मीनू (30 साल) की शादी सात साल पहले हरसोस गांव के विकास पटेल से हुई थी. दोनों के दो बच्चे थे- 6 साल का विप्लव और 4 साल का विपुल. शुरू में सब ठीक था. लेकिन बाद में हालात बिगड़ गए. विकास अपने भाई के साथ सूरत में मजदूरी करने चला गया. वहां से वह मीनू पर शक करने लगा. मीनू को भी लगता था कि विकास का उसकी जेठानी से अफेयर है. इस बात पर दोनों में अक्सर झगड़ा होता था.
ससुराल में बढ़ी परेशानी
मीनू के भाई कमलेश ने बताया कि विकास अपनी पत्नी और बच्चों के लिए पैसे नहीं भेजता था. ससुराल वाले भी मीनू को ताने मारते थे. एक दिन तो ससुर और जेठानी ने उसे पीटकर घर से निकाल दिया. मीनू ने थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने सिर्फ आश्वासन देकर उसे वापस भेज दिया. घर पहुंची तो ससुराल वालों ने कमरे पर ताला लगा दिया. उसे अंदर नहीं घुसने दिया गया.
पति ने भी नहीं दिया साथ
मीनू ने पति को फोन किया, लेकिन विकास ने भी मदद से इनकार कर दिया. मायके से लोग आए तो ससुराल वालों ने उन्हें भी गालियां दीं. हर तरफ से हारी मीनू ने आखिरकार बच्चों संग जान देने का फैसला कर लिया. कमलेश की शिकायत पर पुलिस ने सास सुदामा देवी, ससुर लोधी पटेल और जेठानी रेशमा को जेल भेज दिया. विकास के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ है.
पुलिस का बयान
जंसा थाने के इंस्पेक्टर दुर्गा सिंह ने कहा कि पारिवारिक कलह ही इस घटना की वजह थी. पति-पत्नी एक-दूसरे पर शक करते थे. विकास सूरत में रहता था. मीनू अपने बच्चों के साथ अकेले रहती थी. पुलिस ने मीनू के भूखे रहने की बात से इनकार किया. इंस्पेक्टर ने कहा कि उसका मायका पास ही था. विकास पैसे भेजता था, जिससे मीनू राशन मंगा लेती थी. पिटाई की बात भी पुलिस ने नकारी. उनका कहना है कि पहले कोई शिकायत नहीं आई थी.
ADVERTISEMENT