Bihar: JDU नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर उम्र वाली पोस्ट क्यों डाली, क्या है इसके पीछे की कहानी?

इन्द्र मोहन

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तस्वीर: सोशल मीडिया से.
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बिहार के मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ट्वीट पर घिरे.

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अशोक चौधरी ने सीएम हाउस से लौटकर पोस्ट किया- 'मेरा नेता मेरा अभिमान'

जेडीयू नेता और नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक माहौल गरम कर दिया है. अशोक चौधरी ने बढ़ती उम्र का जिक्र करके इशारों ही इशारों में तंज कस दिया. अशोक चौधरी के इस पोस्ट को सीएम नीतीश कुमार जिनकी उम्र 73 साल है, से जोड़ कर देखा जा रहा है. 

इसके बाद अशोक चौधरी को सीएम हाउस में तलब किया गया. एक घंटे से ज्यादा तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई और जब बाहर आए तो आधा ग्लास खाली और आधा ग्लास भरा हुआ वाली थ्योरी दे गए. इतना ही नहीं कुछ देर बाद सोशल मीडिया एक्स पर एक और पोस्ट किया. इस पोस्ट में नीतीश कुमार के साथ दो तस्वीर भी डाली और लिखा- "कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना", तो सुनी सुनाई बातों पर ध्यान देना 'छोड़ दीजिये'! मेरा_नेता_मेरा_अभिमान. 

क्या है वो पोस्ट जिसको लेकर मचा बवाल

अशोक चौधरी ने अपने X हैंडल पर लिखा- 
एक दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना, "छोड़ दीजिए।"
बच्चे बड़े होने पर वो ख़ुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना, ''छोड़ दीजिए।''
गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें, ''छोड़ दीजिए।'' 
एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना, ''छोड़ दीजिए।''   
अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना, ''छोड़ दीजिए।''
यदि इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना, ''छोड़ दीजिए।''
हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना, ''छोड़ दीजिए।''
बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना, ''छोड़ दीजिए।''
उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना, ''छोड़ दीजिए।''

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अंदर की बात जान लीजिए 

जेडीयू के दिग्गज नेता और मंत्री अशोक चौधरी की सुबह की पोस्ट यूं ही नहीं थी. इस पोस्ट के पीछे नीतीश कुमार के उठाए एक कदम की चर्चा है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो आरजेडी से जेडीयू ज्वाइन करने वाले नेता श्याम रजक के बढ़ते कद से परेशानी है. जेडीयू ने श्याम रजक को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. जेडीयू में दलितों के बड़े चेहरे के तौर पर अभी तक अशोक चौधरी की पहचान सर्वमान्य रही है. अब श्याम रजक के आने और उन्हें पद दिए जाने के बाद अशोक चौधरी की नाराजगी बढ़ी है.फिलहाल अभी ये तो कहा जा रहा है की अशोक चौधरी के पोस्ट से जो डैमेज हुआ था वो कंट्रोल कर लिया गया है. 

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