60 साल की उम्र में मिलेंगे 4 करोड़, करना होगा ये इंतजाम, मौज में कटेगा बुढ़ापा
Retirement Plan : रजत अभी से यदि बुढ़ाने का इंतजाम करने लगें तो 60 साल बाद भी उनका जीवन मौज में कटेगा. रजत और उनकी वाइफ अपने दैनिक खर्च, मेडिकल पर होने वाले खर्च को लेकर किसी के ऊपर भार नहीं बनेंगे.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

रिटायरमेंट के लिए पैसों को NPS, SIP और PPF में कर सकते हैं निवेश.

60 साल की उम्र में मिलने वाली राशि को FD कर उसपर हर महीने ब्याज कमा सकते हैं.
Retirement Plan : रजत यदि अभी से बुढ़ापे का इंतजाम करने लगें तो 60 साल बाद भी उनका जीवन मौज में कटेगा. रजत और उनकी वाइफ अपने दैनिक खर्च, मेडिकल पर होने वाले खर्च के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहते. वे खुद के भरोसे रिटारयमेंट के बाद का जीवन जीना चाहते हैं. अब सवाल ये है कि आज जो समान 10 रुपए का मिल रहा है वो 30 साल बाद कितने का होगा?
ऐसे में रजत को प्लान ऐसा बनाना चाहिए जिससे बुढ़ापे में उन्हें इतनी रकम मिल सके जो उस वक्त की जरूरत हो. रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए सबसे पहले इस बात का आंकलन करना होगा कि 60 साल की उम्र होने के बाद रजत को अपने दैनिक खर्च के लिए मंथली कितनी रकम की जरूरत होगी. इसके लिए सबसे पहले रजत के मौजूदा खर्च को जान लेते हैं...
रजत के लिए मासिक बजट प्लान
- कुल आय: ₹78,000 रुपए महीने
- किराया, भोजन, बिल, यात्रा : ₹39,000 (50%)
- बचत और निवेश : ₹23,400 (30%)
- आपातकालीन फंड : ₹5,000 (6-7%)
- अन्य खर्च : ₹11,000
रजत अपनी तनख्वाह में से करीब 39 हजार रुपए रसोई खर्च, घर के किराए और बिजली-फोन बिल पर खर्च करते हैं. 11 हजार रुपए की रकम घूमने-फिरने, सैर सपाटे और शौक पर खर्च करते हैं. इस तरह से उनका महीने का खर्च 50 हजार रुपए बैठता है. इस खर्च के बाद उनके हाथ में 38 हजार रुपए की रकम बचती है. इस 38 हजार में रजत को इमर्जेंसी फंड भी बनाना है. अपनी जरूरतों के हिसाब से दूसरे निवेश भी करने हैं. इन सबके साथ रिटायरमेंट की भी प्लानिंग करनी है.
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30 साल बाद आज का 39,000 ₹ कितना होगा?
पहले पता लगाते हैं कि रजत को रिटायरमेंट के बाद हर महीने कितनी रकम की जरूरत होगी? मौजूदा समय में रजत घर खर्च 39 हजार रुपये है. अगर महंगाई दर 5 फीसदी मानी जाए तो आज से 30 साल बाद रजत को प्रति महीने करीब 1 लाख 68 हजार 556 रुपए की जरूरत होगी. यानी सालाना करीब 20 लाख रुपए चाहिए.
निवेश सैलरी का 30% यानी 23,400
इसमें 15000 रुपए रिटायरमेंट फंड में डाल सकते हैं. बाकी 8,400 रुपए अन्य निवेश में जिससे (बच्चों के भविष्य, कार, घर वगैरह के लिए जमा कर सकते हैं.) रिटायरमेंट के लिए अलग-अलग योजनाओं में इसे विभाजित करें ताकि जोखिम संतुलित हो और रिटर्न अधिक से अधिक मिले. इसके लिए म्युचुअल फंड (SIP के जरिए), नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), PPF में निवेश कर सकते हैं. अब इसके कैलकुलेशन को समझते हैं...
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SIP में 10 हजार रुपए मासिक
- रिटर्न: 12% प्रति वर्ष (औसतन)
- अवधि: 29 वर्ष
- निवेश की गई राशि: 34,80,000
- रिटर्न: 2,77,32,516
- कुल अमाउंट: 3,12,12,516 (3 करोड़ से ज्यादा)
NPS में निवेश 3000 रुपए मासिक
- रिटर्न: 9% प्रति वर्ष (औसतन)
- अवधि: 29 वर्ष
- निवेश की गई राशि: करीब ₹11 लाख
- ब्याज: ₹करीब 49 लाख
- कुल राशि: करीब ₹60 लाख
- 40% वार्षिकी में: करीब ₹24 लाख (मंथली पेंशन)
- 60% एकमुश्त निकासी: करीब ₹36 लाख
- 7% ब्याज दर से: हर महीने ₹14,000 पेंशन मिलेगा.
PPF में हर महीने 2 हजार रुपए प्रति माह
- रिटर्न: 7.1% प्रति वर्ष (सरकारी दर के अनुसार)
- अवधि: 29 वर्ष
- निवेश की गई राशि: ₹6,96,000
- मैच्योरिटी अमाउंट: ₹21.6 लाख

रजत को 60 साल की उम्र में मिलने वाली कुल राशि
इस तरह रजत को 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट प्लान से मिलने वाली कुल राशि ₹ 3 करोड़ 57 लाख (3 करोड़+36 लाख+21 लाख) है. हालांकि इसमें एसआईपी के रिटर्न, एनपीएस के इस फायदे के अमाउंट पर सरकार को टैक्स देने के बाद राशि को एफडी करने पर करीब डेढ़ लाख रुपए हर महीने की कमाई हो सकती है. एनपीएस का हर महीने 14 हजार रुपए जोड़ दें तो ये अमाउंट उस वक्त की महंगाई दर के बाद दैनिक खर्च के काफी करीब है. यानी इन पैसों में बुढ़ापे में रजत उनकी पत्नी (परिवार का खर्च) पर्याप्त होगा.
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डिस्क्लेमर : ये कैलकुलेशन मौजूदा ब्याज दर और पिछले कई सालों के ब्याज दर के औसत पर है. निवेश से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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