Personal Finance: 1 अप्रैल से होने वाले ये 6 बड़े बदलाव डालेंगे आपकी जेब पर सीधा असर, देखें पूरी डिटेल
6 big changes from April 1 2025 : 31 मार्च को वित्तीय वर्ष खत्म होने के बाद 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू होगा. इस दौरान कई सारे बदलाव होने वाले हैं.
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वित्तीय वर्ष 2025 की क्लोजिंग होने वाली है. 31 मार्च के बाद 1 अप्रैल को नए वित्तीय वर्ष के साथ कई बड़े ऐलान हो सकते हैं. वहीं 1 फरवरी को केंद्रीय बजट की गई कई घोषणाएं लागू होने जा रही हैं. इनमें से कुछ ऐसी हैं जो आपकी जेब पर सीध आसर डालेंगी. जिनसे अपका पर्सनल फाइनेंस का लेखा-जोखा तय होगा. आपके वित्तीय लेखा-जोखा का हिस्सा होंगी.
पर्सनल फाइनेंस की इस सीरीज में हम आपको 1 अप्रैल से होने वाले वे 6 बड़े बदलाव के बारे में बताने जा रहे हैं. इनमें से कुछ बदलाव आपको सुकूंन देने वाले हैं. वहीं कुछ बदलाव आपकी टेंशन बढ़ा सकते हैं.
TDS में छूट, निवेश पर रिटर्न पाने वालों की बल्ले-बल्ले
केंद्रीय बजट में निर्मला सीतारमण ने TDS नियमों में बदलाव करते हुए मध्य वर्ग और बुजुर्गों को राहत दी है. इसमें बुजुर्गों (60 वर्ष या इससे ऊपर की उम्र) की ब्याज से होने वाली कमाई पर लगने वाले TDS सीमा बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई है. ये सीमा पहले 50000 रुपए सालाना थी. अब 1 लाख 1 रुपए या इससे ज्यादा होते ही 10 फीसदी टीडीएस सरकार को देना होगा. वहीं सामान्य नागरिकों के लिए भी TDS की सीमा बढ़ाकर 40,000 से 50 हजार रुपए सालाना कर दिया गया है. TDS से जुड़ी पूरी डिटेल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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आयकर में बड़ी छूट
केंद्र सरकार ने बजट की घोषणाओं में सैलरीड पर्सन का बड़ी राहत देते हुए 12 लाख 75 हजार रुपए तक की सलाना कमाई को टैक्स फ्री कर दिया है. इसस ऊपर की कमाई के लिए लगने वाले टैक्स के स्लैब में भी बदलाव कर दिया है. ये टैक्स स्लैब 1 अप्रैल से लागू होंगे. यानी 1 अप्रैल के बाद 12 लाख 75 हजार या इससे कम सैलरी वाले कर्मचारियों के खाते में पहले से ज्यादा पैसे आएंगे. इनकम टैक्स की इस पूरी डिटेल को पढ़ने के लिए और अपनी सैलरी पर टैक्स कैलकुलेट करने के लिए यहां क्लिक करें
टोल टैक्स में मिल सकती है बड़ी राहत
बिजनेस टुडे के एक कार्यक्रम में केंद्रीय मत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 1 अप्रैल से वे नए टोल नियमों का ऐलान करने वाले हैं. उन्हें इस बात का इशारा दिया कि इन नियमों से लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है. यदि भारी-भरकम टोल में लोगों को राहम मिलती है तो इसका असर यात्रा करने वालों की जेब पर सीधा पड़ेगा. इसके अलावा माल-ढुलाई के खर्चे भी कम होंगे जिससे महंगाई और ट्रांसपोर्टेशन में आने वाले खर्चों पर भी असर आएगा.
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एलपीजी और CNG की कीमतों में हो सकती है बढ़ोत्तरी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण, एलपीजी (रसोई गैस) और सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) की कीमतों में वृद्धि की संभावना है. हालांकि, सरकार ने अभी तक आधिकारिक रूप से इन ईंधनों की कीमतों में वृद्धि की घोषणा नहीं की है, लेकिन उपभोक्ताओं को आगामी महीनों में मूल्य वृद्धि के लिए तैयार रहना चाहिए. यदि ये बढ़ोत्तरी हुई तो लोगों की जेब के साथ ट्रांसपोर्टेशन और माल-ढुलाई के खर्चों पर इसका असर देखने को मिलेगा. ये आसर बाजार तक पहुंचेगा.
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बैंकिंग शुल्क में हो सकती है बढ़ोत्तरी
कई बैंक 1 अप्रैल 2025 से कुछ सेवाओं पर शुल्क बढ़ा सकते हैं. इनमें एटीएम से मुफ्त निकासी की सीमा में कमी, चेकबुक जारी करने पर शुल्क में वृद्धि, और न्यूनतम बैलेंस न रखने पर जुर्माना शामिल हैं. ऐसे में 1 अप्रैल से होने वाले बदलावों की जानकारी अपने बैंक से जरूर लें. बैंक किस तरह के शुल्क लेते हैं इसपर फुल डिटेल के लिए यहां क्लिक करें
1 अप्रैल से बदल जाएंगे ये ब्याज दर
1 अप्रैल से छोटी बचत योजनाओं में ब्याज दर में बदलाव संभव है. पोस्ट ऑफिस की तमाम स्कीम्स में ब्याज दरें संसोधित होंगी. पोस्ट ऑफिस में तिमाही के आधार पर ब्याज दरें बदलती हैं. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम, पोस्ट ऑफिस आवर्ती जमा योजना (RD), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम (PPF), किसान विकास पत्र, महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र, सुकन्या समृद्धि खाता योजना समेत दूसरे स्कीम्स में लगाए पैसों पर ब्याज दरें असर डालेंगीं.
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