हरियाणा में कांग्रेस-AAP के बीच गठबंधन में कहां पेंच फंसा? जानें इसके पीछे की पूरी कहानी
AAP-Congress Alliance in Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक तरफ बीजेपी के बागी नेता पार्टी के लिए मुसीबत बन रहे हैं. तो दूसरी तरफ बीजेपी को हराने के लिए प्रदेश में 'कांग्रेस-आप' के बीच गठबंधन की कोशिश जारी है. हालांकि बीते कई दिनों से इस पर बातचीत का दौर चल रहा है. लेकिन अभी तक स्थिति क्लियर नहीं हो सकी है.
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AAP-Congress Alliance in Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक तरफ बीजेपी के बागी नेता पार्टी के लिए मुसीबत बन रहे हैं. तो दूसरी तरफ बीजेपी को हराने के लिए प्रदेश में 'कांग्रेस-आप' के बीच गठबंधन की कोशिश जारी है. हालांकि बीते कई दिनों से इस पर बातचीत का दौर चल रहा है. लेकिन अभी तक स्थिति क्लियर नहीं हो सकी है. दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंस रहा है. शनिवार को हरियाणा आम आदमी पार्टी के चीफ सुशील गुप्ता ने गठबंधन को कहा, गठबंधन की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. संभावना बनती है तो उस दिशा में जाएंगे.
बीजेपी के अंसतुष्ट नेताओं से मिले सुशील गुप्ता
कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर हरियाणा आम आदमी पार्टी के चीफ सुशील गुप्ता ने कहा AAP का मकसद भाजपा के अहंकारी तानाशाही सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंकना है, इसके लिए जो रास्ता अपनाना होगा अपनाएंगे. कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने पर गुप्ता ने कहा, गठबंधन की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. संभावना बनती है तो उस दिशा में जाएंगे.
सुशील गुप्ता ने किया नया इशारा
AAP नेता सुशील गुप्ता ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस के साथ अगर सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनती है तो AAP अकेले मैदान में उतर सकती है. शनिवार को सुशील गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, 'हरियाणा बीजेपी और अन्य दलों के कई असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात हुई और तय हुआ है कि हम सब मिलकर बदलाव लायेंगे और हरियाणा में एक ईमानदार सरकार बनायेंगे'. सुशील गुप्ता के इस ट्टीट को लेकर संभावना जताई जा रही है कि आप गठबंधन को लेकर एक अलग रुख अपना सकती है और अन्य पार्टियों के असंतुष्ट नेताओं को अपने साथ लाकर मैदान में उतर सकती है.
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राघव चड्ढा बोले- उम्मीद पर दुनिया कायम
वहीं AAP नेता राघव चड्ढा ने गठबंधन को लेकर कहा है "मुझे उम्मीद है कि गठबंधन और सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा. उम्मीद पर दुनिया कायम है," आप सांसद राघव चड्ढा ने यह बात उस समय कही जब वह हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता और तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी के आवास से निकल रहे थे.
दीपक बाबरिया ने क्या कहा
वहीं हरियाणा के AICC प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, "कांग्रेस ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है और पिछले दो दिनों में राघव चड्ढा के साथ मेरी यह दूसरी या तीसरी मुलाकात थी. हम सीटों की संख्या और जगह को लेकर बात कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि दो दिनों में परिणाम सामने आ जाएंगे.
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हम सभी सीटों पर लड़ने के लिए तैयार: संदीप पाठक
हरियाणा में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा, "...मैं अपने कार्यकर्ताओं और नेतृत्व की ओर से एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम पूरी तरह से तैयार हैं, पार्टी के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही हमें हरी झंडी मिलेगी, हम प्रत्याशियों की घोषणा कर देंगे. हम हर सीट पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. जो हमें कम आंकेगा, उसे भविष्य में पछताना पड़ेगा."
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गठबंधन में पेंच कहां फंसा
हरियाणा में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन में पेंच फंसा नजर आ रहा है. इसके पीछे की वजह दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस हरियाणा में AAP को 5 सीटें देना चाहती है, जबकि AAP कम से कम दस सीटों पर लड़ना चाहती है. वहीं संभावना जताई जा रही है कि दोनों दलों के बीच 7 सीटों पर सहमति हो सकती है.
वहीं प्रदेश के कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला समेत कई नेता AAP के साथ गठबंधन को लेकर आलाकमान को अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
वोट बंटवारे के लिए गठबंधन!
आपको बता दें पिछले विधानसभा चुनाव में AAP ने अकेले चुनाव लड़ा था और करीब 1 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. ऐसे में कांग्रेस वोट बंटवारे को रोकना चाहती है. हरियाणा में चुनावी मैदान में कई दल है, इनमें दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी, इनेलो, बसपा, असपा समेत कई पार्टियां चुनावी मैदान में हैं. पिछले चुनाव में जेजेपी ने 10 सीटें जीतकर कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी. ऐसे में कांग्रेस आप के साथ गठबंधन कर वोट शेयरिंग को रोकना चाहती है.
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