32 की उम्र में ADD नाम की बीमारी से जूझ रही हैं आलिया भट्ट, खुलासा कर सबको चौंकाया

News Tak Desk

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Alia Bhatt: बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस और नेशनल अवॉर्ड वीनर आलिया भट्ट ने हाल ही में अपनी जिंदगी का एक बड़ा राज सबके सामने रखा है. आलिया ने अमेरिका की एल्योर मैगजीन को दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि वह ADD (अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर) से जूझ रही हैं. उन्होंने खुलासा किया कि वह किसी भी चीज पर पूरी तरह ध्यान नहीं लगा पातीं और अक्सर परेशान रहती हैं.

आलिया भट्ट चर्चा में

हाल ही में आलिया भट्ट कई कारणों से चर्चा में हैं. पहला, पेरिस फैशन वीक में उनकी जबरदस्त एंट्री, दूसरा, उनकी आने वाली फिल्म जिगरा, और तीसरा, ADD डिसऑर्डर का खुलासा, जिसे लेकर उन्होंने अमेरिका की एक मैगजीन के साथ बातचीत की थी. उन्होंने बताया कि ADD एक डिसऑर्डर है जिसमें इंसान फोकस नहीं कर पाता  है और हर चीज को जल्दबाज़ी में पूरा करना चाहता है. आलिया ने कहा कि वह मेकअप चेयर पर 45 मिनट से ज्यादा नहीं बैठ सकतीं और इसीलिए उन्हें जल्दी तैयार होना पसंद है.

शादी में भी हुआ था असर

साल 2022 में जब आलिया भट्ट की शादी हुई, तो उनकी मेकअप आर्टिस्ट पुनीत बी सैनी ने बताया कि शादी का मेकअप करने में लगभग दो घंटे लगेंगे. यह सुनकर आलिया नाराज़ हो गईं, क्योंकि वह लंबे समय तक एक जगह नहीं बैठ सकती थीं. शादी में आलिया ने बेहद हल्का मेकअप किया, जिसने सभी को हैरान कर दिया. इसकी वजह उनके ADD का होना था, जिसके चलते उन्होंने भारी मेकअप से साफ इंकार कर दिया था.

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क्या है अटेंशन डेफिसिट डिसऑर्डर (ADD)?

  • इस डिसऑर्डर से जूझ रहे लोग किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते और जल्दी से उसे खत्म करना चाहते हैं.
  • ये लोग कई बार अपने काम या महत्वपूर्ण चीजों को भूल जाते हैं.
  • ADD से पीड़ित शख्स किसी काम को ठीक से पूरा नहीं कर पाता और हमेशा हड़बड़ी में रहता है.
  • ऐसे लोग एक जगह पर लंबे समय तक नहीं बैठ पाते हैं और उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन नजर आता है.
  • इन्हें समझाने के लिए आसान भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि मुश्किल भाषा से उन्हें काफी परेशानियां होती हैं.

कैसे पहचानें ADD?

यह समस्या बचपन से ही शुरू हो जाती है और उम्र के साथ इसका असर बढ़ सकता है. ऐसे में सही समय पर किसी अच्छे डॉक्टक या सेक्सोलॉजिस्ट की सलाह लेना आवश्यक है. कुछ डॉक्टर इसके इलाज के लिए दवाइयां भी देते हैं, लेकिन सबसे बड़ा इलाज इसे स्वीकार करना है. इस स्थिति में लोग अक्सर तनाव में रहते हैं और परेशान दिखते हैं. कई लोग थेरेपी सेशन भी लेते हैं ताकि उनके लाइफ पर इसका असर न पड़े.

ये खबर न्यूज तक के साथ इंटर्नशिप कर रही साक्षी वर्मा ने लिखी है.

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