Kadambari Jethwani Interview: तीन IPS को सस्पेंड कराने वाली एक्ट्रेस कादंबरी जेठवानी ने बताया, उनके साथ पुलिस ने क्या-क्या किया?

बृजेश उपाध्याय

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तस्वीर: कादंबरी जेठवानी के इंस्टाग्राम से.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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एक्ट्रेस ने बताया कि एक उद्योगपति के खिलाफ केस को मुंबई पुलिस ने कैसे बंद कराया.

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एक्ट्रेस कादंबरी जेठवानी ने आंध्र प्रदेश सरकार से मामले में न्याय की मांग की है.

हिंदी, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस कादंबरी जेठवानी ने अवैध रूप से पुलिस हिरासत की उन 42 दिनों की आपबीती बताई. कादंबरी ने आरोप लगाया कि मुंबई और आंध्र प्रदेश में बहुत से लोगों ने पैसे की ताकत का इस्तेमाल कर मुझे बदनाम करने की कोशिश की. ध्यान देने वाली बात है कि कादंबरी जेठवानी को अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखने के कारण आंध्र प्रदेश के 3 वरिष्ठ IPS अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.  

अभिनेत्री कादंबरी जेठवानी ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में हिरासत के उन 42 दिनों की आपबीती के साथ अपने साथ हुई उन सभी घटनाओं को साझा किया. कादंबरी ने बताया कि आंध्र प्रदेश पुलिस ने मेरे मानवाधिकारों से मुझे वंचित कर दिया. मुझे घसीटा गया. मेरा अपहरण किया गया. 

मुझे मेरी आजादी वापस चाहिए- जेठवानी

कादंबरी ने कहा कि उन्हें आंध्र प्रदेश सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह मामले की पूरी तरह से जांच करेगी. उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी आजादी वापस चाहती हैं. जेठवानी ने कहा कि गंभीर चिंता का विषय यह है कि मुझे और मेरे बुजुर्ग माता-पिता को अवैध रूप से हिरासत में रखा गया, वो भी झूठे और मनगढ़ंत केस में.

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कोर्ट में मौजूद नहीं हो पाने के कारण बंद हो गया मामला

कादंबरी जेठवानी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि एक मामले में 9 फरवरी तक मुंबई की एक कोर्ट में सुनवाई चली. कादंबरी ने कहा- मुझे उस दौरान कोर्ट में मौजूद होना था. मुंबई पुलिस ने इस केस को यह कहकर बंद कर दिया कि हमने लड़की से संपर्क किया पर उसका सेल फोन बंद मिला. वह घर पर नहीं मिली. उसने अदालत का समय बर्बाद किया है. जबकि 3 फरवरी को ही मुझे अवैध रूप से आंध्र प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इसलिए मुंबई पुलिस ने इस केस को बंद करा दिया. 

शिकायत दर्ज होने से पहले ही पुलिस ने हिरासत में लिया- कादंबरी

कादंबरी ने आगे कहा- हालांकि मेरे खिलाफ कोई शिकायत दर्ज होने से पहले ही आंध्र प्रदेश के अधिकारियों ने 3 फरवरी को ही मुझे हिरासत में ले लिया. मैं उनसे लगातार विनती करती रही. मैं रोती रही कि वे अपना पहचान पत्र दिखाएं, क्योंकि मुझे डर था कि मेरा अपहरण किया जा रहा है. उन्होंने मुझे अपना पहचान पत्र नहीं दिखाया, उन्होंने मुझे कोई एफआईआर नहीं दिखाई, उन्होंने मुझे सर्च वारंट नहीं दिखाया, उन्होंने मुझे कानूनी सहायता के लिए एक भी कॉल नहीं करने दिया, जो मेरा मौलिक अधिकार है. उन्होंने मुझे अपने किसी भी रिश्तेदार को फोन नहीं करने दिया, जो कि मेरा संवैधानिक अधिकार है. 

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मुंबई पुलिस ने धोखे से केस बंद कर दिया और मुझे लंबे समय तक आंध्र प्रदेश में फंसाए रखा गया. मैंने तथ्यों को बताया है. अब, आप जानते हैं, मैं बहुत मेहनती महिला हूं. मैं एक प्रतिष्ठित मेडिकल डॉक्टर हूं और अपनी योग्यता के आधार पर एक अभिनेत्री हूं- कादंबरी जेठवानी

क्या है पूरा मामला

दरअसल मुंबई की रहने वाली एक्ट्रेस और मॉडल कादंबरी जेठवानी ने एक उद्योगपति के खिलाफ मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स पुलिस स्टेशन में  यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. आरोप है कि शुरू में मुंबई पुलिस ने मामले में एक्शन नहीं लिया. जिसके बाद उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिसंबर 2023 में मामला दर्ज हुआ. 

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मुंबई पुलिस ने इस साल 16 मार्च को उद्योगपति के खिलाफ जेठवानी की शिकायत को इस आधार पर बंद कर दिया कि, शिकायतकर्ता ने उद्योगपति को फंसाने के इरादे से मामला दर्ज कराया था. वह जांच के दौरान अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपस्थित नहीं हुईं. 

मुंबई पुलिस को पता था, मैं कहां हूं- जेठवानी

कादंबरी जेठवानी ने आगे बताया कि मुंबई पुलिस को ये पता था कि मैं कहां हूं. मुझे इस बात से परेशानी है कि मुंबई के डीसीपी दीक्षित गेदम की ओर से 6 फरवरी को विजयवाड़ा में कमिश्नरेट को एक पत्र भेजा गया था, जिसमें मेरे ठिकाने के बारे में पूछा गया था, इसलिए उन्हें पता था कि मैं आंध्र प्रदेश में हूं. फिर भी, उन्होंने झूठा दावा करते हुए मामला बंद करा दिया और आरोप लगाया कि मैं गायब हो गई हूं. इस क्लोजर रिपोर्ट ने मेरा नाम खराब किया है. मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि यह एक साजिश का हिस्सा था. 

आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस केस के आधार पर लिया हिरासत में?

2 फरवरी 2024 में आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी के नेता कुक्कला विद्यासागर ने विजयवाड़ा में अभिनेत्री और उनके माता-पिता के खिलाफ एक केस दर्ज करा दिया. एक्ट्रेस और उनके माता-पिता के खिलाफ ये मामला धोखाधड़ी और जालसाजी का था. इसी मामले को लेकर आंध्र प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने कदंबरी जेठवानी और उनके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार किया. ये गिरफ्तारी राज्य पुलिस खुफिया प्रमुख पी. सीताराम अंजनेयुलु के निर्देश पर हुई. अभिनेत्री और उनके परिवार को मुंबई से  विजयवाड़ा ले जाया गया. यहां उन्होंने कथित तौर पर 42 दिन रखा गया. 

जांच में पाया गया कि पुलिस अधिकारियों ने कादंबरी और उनके माता-पिता को अवैध रूप से हिरासत में रखा. इसके बाद आंध्र प्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने 15 सितंबर को दिए गए आदेश में विजयवाड़ा के तत्कालीन पुलिस उपायुक्त विशाल गुन्नी, विजयवाड़ा के तत्कालीन पुलिस आयुक्त कांथी राणा टाटा और खुफिया विभाग के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक पी. सीताराम अंजनेयुलु को निलंबित कर दिया गया था. 

जेठवानी ने गुरुवार 19 सितंबर को आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वांगलापुडी अनिता से मुलाकात की और मामले में न्याय की मांग की है. उन्होंने मंत्री से आंध्र प्रदेश में उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने और कार्यवाही पूरी होने तक विजयवाड़ा में सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की है. ध्यान देने वाली बात है कि चंद्रबाबू नायडू सरकार ने, जो जून से आंध्र प्रदेश की सत्ता में है, ने इस मामले में गहन जांच का वादा किया है. 

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