कहते हैं तालीम और तरबियत यानी शिक्षा और परवरिश किसी भी इंसान को एक बेहतर इंसान बनाने में मदद करते हैं.. कोई डॉक्टर बनता है तो कोई इंजीनियर लेकिन आज जिस शख्स की बात हम चर्चित चेहरा में करने जा रहे हैं वो सेना में डॉक्टर बनने के बाद आतंकवादियों के लिए सहारा बना, वो सहारा, जिसकी वजह से 2008 में मुंबई में 26/11 वाला हमला हो सका... ये शख्स कोई और नहीं बल्कि तहव्वुर हुस्सैन राणा है, जिसे अब भारत की सालों से चल रही कड़ी मशक्कत के बाद भारत लाया गया है... उस वक्त 10 आतंकियों ने ताबड़तोड़ हमले किए, इस पूरी साजिश में तहव्वुर राणा ने जो योगदान दिया उससे 166 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, सैंकड़ो लोगों ने किसी अपने को खो दिया था... कैसे रची गई थी ये पूरी साजिश और कैसे एक डॉक्टर बन गया आतंकवादी समर्थक.. बताएंगे चर्चित चेहरा के आज के इस एपिसोड में...