EY कर्मचारी की मौत पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐसा क्या कह दिया की होने लगी आलोचना और देना पड़ा स्पष्टीकरण 

अभिषेक

ADVERTISEMENT

newstak
social share
google news

Anna Sebastian Death: पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक मल्टी नेशनल कंपनी में कार्यरत एक युवती की मौत की खबर खूब वायरल हुई. उसका नाम अन्ना सेबेस्टियन था. अन्ना 26 साल की थी और वो Ernst & Young (EY) में काम कर रही थी. बाद में अन्ना की मां अनीता ने ये दावा किया कि उनकी बेटी की मौत कंपनी में काम के वर्कलोड के कारण हुई. सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया गया. इस मामले पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि, शिक्षण संस्थानों को चुनौतीपूर्ण जीवन परिस्थितियों के लिए छात्रों को बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट के पाठों को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए. 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हालांकि वित्त मंत्री की इस बात की खूब आलोचना हुई. जिसके बाद उन्होंने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला?

पहले जानिए क्या है मामला?

दुनिया की चार बड़ी अकाउंटिंग फर्मों में से एक Ernst & Young के पुणे ऑफिस में 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई. अन्ना के परिवार का दावा है कि वह काम के बोझ से दबी हुई थी, जिससे उसे सोने या रिलैक्स करने के लिए बहुत कम समय मिलता था. काम के बोझ की वजह से उन्हें हार्ट अटैक आया जिससे उनकी मौत हो गई. वर्कलोड की वजह से मौत की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया सहित हर जगह इसकी चर्चा होने लगी. 

वित्त मंत्री ने क्या कहा था?

EY कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन का नाम लिए बिना वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि, 'एक महिला जिसने CA की अच्छी पढ़ाई की थी, काम के दबाव का सामना करने में असमर्थ थी, दो-तीन दिन पहले हमें खबर मिली उसकी मृत्यु हो गई. अब उनकी मृत्यु पर व्यापक बहस छिड़ गई. वित्तमंत्री ने आगे कहा था कि, 'शिक्षण संस्थानों को चुनौतीपूर्ण जीवन परिस्थितियों के लिए छात्रों को बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए अपने पाठ्यक्रम में स्ट्रेस मैनेजमेंट के पाठों को शामिल करना चाहिए. 

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

प्रियंका चतुर्वेदी ने किया पलटवार 

वित्त मंत्री की इस बात पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने आलोचना करते हुए कहा कि, EY कर्मचारी अपने लेवल पर मजबूत थी लेकिन यह टॉक्सिक वर्क कल्चर था जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हुई. उन्होंने लिखा, 'अन्ना के पास चार्टर्ड अकाउंटेंसी की डिग्री हासिल करने के तनाव को संभालने की आंतरिक शक्ति थी. टॉक्सिक वर्क कल्चर और लंबे समय तक काम करने की वजह से उनकी जान चली गई, और इस पर ध्यान देने की जरूरत है. पीड़ितों को शर्मसार करना बंद करें, और कम से कम थोड़ा संवेदनशील बनने का प्रयास करें.'

ADVERTISEMENT

वित्त मंत्री ने आलोचना के बाद दिया स्पष्टीकरण 

वित्त मंत्री की टिप्पणी की आलोचना होने के बाद उन्होंने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. उन्होंने अन्ना सेबेस्टियन की मौत पर अपनी टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा हैं कि मेरा इरादा 'पीड़ित को शर्मसार' करने का नहीं था. उन्होंने आगे कहा, 'नुकसान पर दुख की भावना के साथ मैंने बच्चों की सहायता के लिए संस्थानों और परिवारों के महत्व पर प्रकाश डाला. मेरा दूर-दूर तक किसी भी तरह से पीड़ित को शर्मिंदा करने का इरादा नहीं था.'

ADVERTISEMENT

follow on google news
follow on whatsapp

ADVERTISEMENT