शुक्रवार सुबह 4 बजे तक संसद चलती रही. लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी अगली सुबह तक मैराथान चर्चाएं चली और आखिरकार वक्फ संशोधन बिल पास हो ही गया. संसद में कम ही ऐसे मौके होते हैं जब चर्चाएं देर रात, यहां तक कि अगली सुबह तक चले. नंबर अपने पक्ष में हों या न हों तब भी हर सांसद की कोशिश यही रहती है कि वोट जरूर डाला जाए. अब भले ही नंबर गेम में इंडिया गठबंधन पिछड़ रहा हो, लेकिन सोनिया गांधी देर रात एक डेढ़ बजे के करीब संसद पहुंची वोट डालने.