दिल्ली चुनाव में झुग्गीवालों के पीछे क्यों पड़ी AA-कांग्रेस-बीजेपी? समीकरण समझिए
दिल्ली की राजनीति में तमाम अन्य तबकों की तरह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले मतदाताओं का भी वोट निर्णायक और महत्वपूर्ण माना जाता है। दिल्ली में 675 झुग्गियां और 1700 झुग्गी-झोपड़ियां हैं, जिन्हें जेजे क्लस्टर या अनाधिकृत कालोनियां भी कहा जाता है। इनमें लगभग तीन लाख परिवार रहते हैं और यह दिल्ली के कुल मतदाताओं का 10% है। 675 से अधिक झुग्गी क्लस्टरों में 20 लाख से अधिक लोग अपनी रोज़ी-रोटी की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
ADVERTISEMENT
दिल्ली की राजनीति में तमाम अन्य तबकों की तरह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले मतदाताओं का भी वोट निर्णायक और महत्वपूर्ण माना जाता है। दिल्ली में 675 झुग्गियां और 1700 झुग्गी-झोपड़ियां हैं, जिन्हें जेजे क्लस्टर या अनाधिकृत कालोनियां भी कहा जाता है। इनमें लगभग तीन लाख परिवार रहते हैं और यह दिल्ली के कुल मतदाताओं का 10% है। 675 से अधिक झुग्गी क्लस्टरों में 20 लाख से अधिक लोग अपनी रोज़ी-रोटी की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
दिल्ली की राजनीति में तमाम अन्य तबकों की तरह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले मतदाताओं का भी वोट निर्णायक और महत्वपूर्ण माना जाता है। दिल्ली में 675 झुग्गियां और 1700 झुग्गी-झोपड़ियां हैं, जिन्हें जेजे क्लस्टर या अनाधिकृत कालोनियां भी कहा जाता है। इनमें लगभग तीन लाख परिवार रहते हैं और यह दिल्ली के कुल मतदाताओं का 10% है। 675 से अधिक झुग्गी क्लस्टरों में 20 लाख से अधिक लोग अपनी रोज़ी-रोटी की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी देखे...
ADVERTISEMENT