6 Oct 2024
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नवरात्रि एक ऐसा पावन पर्व है जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है. पूरे भारतवर्ष में इसे अत्यंत श्रद्धा और भक्ति से मनाया जाता है.
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इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हुआ है और 11 अक्टूबर तक चलेगा.
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इन नौ दिनों के दौरान भक्तगण माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत, पूजन और हवन करते हैं.
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पूजा में विशेष फूलों का प्रयोग होता है, लेकिन कुछ फूल ऐसे होते हैं जिन्हें देवी दुर्गा को चढ़ाना अशुभ माना जाता है.
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आज हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा में किन फूलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
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केतकी का फूल देवी की पूजा में निषिद्ध है. ज्योतिषों के अनुसार, केतकी के फूल को भगवान शिव और देवी दुर्गा की पूजा में इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
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मदार के फूल को अशुद्ध माना जाता है और इसे देवी को नहीं चढ़ाना चाहिए.
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तुलसी को वैसे तो पूजा में बहुत पवित्र माना जाता है, लेकिन देवी दुर्गा की पूजा में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए.
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हरसिंगार के फूल कि गंध तीव्र होती है और इसे देवी मां को अर्पित नहीं करना चाहिए.
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कनेर के फूल को अपवित्र माना जाता है और इसे देवी दुर्गा को अर्पित नहीं किया जाना चाहिए.
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इतना ही नहीं सूंघे हुए फूल, जमीन पर गिरे हुए फूल को देवी मां को भूल से भी नहीं चढ़ना चाहिए वरना देवी मां नाराज हो सकती हैं.
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