A.R. Rahman इसलिए हिंदू से बने थे मुसलमान... पिता की मौत पर हो गई थी ऐसी हालत!

कीर्ति राजोरा

21 Nov 2024 (अपडेटेड: Nov 21 2024 9:47 AM)

AR Rehman का बचपन संघर्षों से भरा था, महज नौ साल की उम्र में अपने पिता को खोने के बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा.इस दौरान रहमान एक सूफी संत से मिले और प्रेरित हुए और पिता की मौत के कुछ सालों बाद एआर रहमान ने 23 साल की उम्र में 1989 में इस्लाम क़बूल कर लिया.

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AR Rehman Story:1967 में चेन्नई में एक लड़का जन्म लेता है मां-बाप नाम रखते हैं दिलीप, जो एक सूफी संत से प्रेरित होकर दिलीप से अल्लाह रक्खा रहमान बन जाता है. वजह जुड़ी है पिता राजगोपाला कुलशेखरन से, जिसके बाद ये धर्म परिवर्तन हुआ. आज ये अल्लाह रक्खा अपनी जादुई कला की बदौलत देश ही नहीं पूरी दुनिया के दिलों पर राज करता है. लेकिन शायद ही अल्लाह रक्खा ने सोचा हो कि उसके जीवन में एक ऐसा मोड़ भी आएगा जहां उसके तीन दशक तिनके की तरह टूटकर बिखर जाएंगे. ये शख्स कोई और नहीं बल्कि ऑस्कर विनिंग म्यूजिशियन एआर रहमान है. जो इस वक्त अपनी पत्नी सायरा बानू से तलाक लेने के चलते सुर्खियों में है. रहमान और सायरा की टूटती शादी की खबर के बाद अब उन दोनों की शादी और हनीमून का वो किस्सा वो वायरल हो रहा है जो बहुत कम लोगों को पता है.

इसी के साथ वायरल है रहमान की मां करीमा का रहमान के लिए उनकी दुल्हन चुनने का किस्सा भी... चर्चित चेहरा में आज बात ए आर रहमान और उनसे जुड़े किस्सों की.

AR रहमान ले रहे तलाक

ऑस्कर विनिंग म्यूजिशियन एआर रहमान अपनी पत्नी सायरा बानो से तलाक ले रहे हैं. इसे लेकर दोनों के वकील की ओर से एक पब्लिक स्टेटमेंट भी जारी किया गया है, जिसमें बताया गया है कि वे अलग हो रहे हैं. एआर रहमान और सायरा बानू करीब तीन दशक साथ रहने के बाद अलग हो रहे हैं.

साल 1995 में एआर रहमान और सायरा की शादी हुई थी और अब 29 साल के बाद दोनों तलाक ले रहे हैं. दोनों के तीन बच्चे खतीजा, रहीमा और अमीन हैं. पब्लिक स्टेटमेंट के मुताबिक, दोनों ने अलग होने का ये फैसला काफी सोच-समझ के लिया है. इसके सायरा के हवाले से कहा गया है कि वो इस रिश्ते में काफी दर्द से गुजर रही थीं, जिसे संभाल पाना उनके लिए बेहद मुश्किल हो गया है. इसलिए उन्होंने इसे तोड़ने का फैसला लिया है.

AR रहमान की मां ने चुना था सायरा बानो को

ये सब 29 साल के लंबे समय के बाद हो रहा है जब ये कपल अपनी बड़ी बेटी खतीजा की शादी कर चुके हैं. कुछ समय पहले ही दोनों ने अपनी बेटी की शादी की थी, इसके बाद दोनों पति-पत्नी अंबानी के घर हुए शादी फंक्शन में भी नजर आए थे. तब किसने सोचा था कि ये खबर भी सामने आएगी.

कहते हैं आज से करीब 30 साल पहले एआर रहमान की मां करीमा ने रहमान के लिए सायरा नहीं बल्कि उनकी छोटी बहन को पसंद किया था जिसे उन्होंने मस्जिद में देखा था. लेकिन शादी से पहले रहमान ने मां के सामने तीन शर्ते रखी थी उसके मुताबिक दुल्हनिया ढूंढना थोड़ा मुश्किल था. रहमान ने बताया था कि उनकी होने वाली वाइफ पढ़ी-लिखी, खूबसूरत और विनम्र होनी चाहिए. ऐसे में मां करीमा बेगम को लड़की पसंद आई वो सायरा बानो की छोटी बहन मेहर थीं. जब बेटे का रिश्ता लेकर वो उनके घर पहुंची तो उनके पिता ने साफ कर दिया था कि पहले सायरा की शादी होगी फिर मेहर की. जब रहमान की मां ने सायरा को देखा तो वो उन्हें अपने बेटे के लिए पर्फेक्ट लगीं. इसके बाद सायरा एआर रहमान की पत्नी बनकर उनके घर में आईं.

क्यों बदला अपना धर्म?

चेन्नई के मलयाली फिल्मों के म्यूजिशियन राजगोपाला कुलशेखरन यानी आर के शेखर और करीमा बेगम के घर 6 जनवरी 1967 को जन्में रहमान के धर्म परिवर्तन करने के पीछे भी कहानी है. रहमान का बचपन संघर्षों से भरा था, महज नौ साल की उम्र में अपने पिता को खोने के बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. हालत इतनी खराब हो गई थी कि घर के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स तक बेचने पड़े थे. पिता की मौत कैंसर से लड़ते हुए हुई. इस दौरान रहमान एक सूफी संत से मिले और प्रेरित हुए और पिता की मौत के कुछ सालों बाद एआर रहमान ने 23 साल की उम्र में 1989 में इस्लाम क़बूल कर लिया.

नसरीन मुन्नी कबीर की AR. Rahman: The Spirit of Music में ए आर रहमान ने बताया- मेरी मां हिंदू धर्म फॉलो करती थीं. उनका हमेशा से ही आध्यात्मिकता की ओर झुकाव था. हबीबुल्लाह रोड के जिस घर में हम बड़े हुए उसकी दीवारों पर हिंदू धार्मिक चित्र थे. वहां मदर मैरी की एक तस्वीर भी थी जिसमें वो Jesus को अपनी बाहों में थामे हुए थीं और मक्का और मदीना के पवित्र स्थलों की एक तस्वीर भी थी.

कैसा रहा करियर?

रहमान के करियर की बात करें तो पिता की मौत के बाद घर के हालात खराब होने पर रहमान 11 साल की उम्र से ही पिता के दोस्त के साथ उनके बैंड में सिंथेसाइजर बजाने लगे. लेकिन मेहनत ने उन्हें कामयाबी दिलावाई. अपने दम पर लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज से स्कॉलरशिप लेकर पढ़े, जहां उन्होंने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत सीखा.

रहमान को अपना पहला ब्रेक साल 1992 में फिल्म डायरेक्टर मणि रत्नम की फिल्म रोजा से मिला, जिसके लिए कहा जाता है कि उन्हें 25 हजार फीस के रुपए में मिले. अपनी पहली ही फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया. रहमान को दो ऑस्कर, दो ग्रैमी और एक गोल्डेन ग्लोब अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. एआर रहमान ने सैकड़ों फ़िल्मों में संगीत दिया है. इनमें ऑस्कर विनिंग फ़िल्म स्लमडॉग मिलेनियर के साथ लगान और ताल जैसी फ़िल्में भी हैं. रहमान ने दुनिया भर के बड़े कलाकारों के साथ काम किया है. कम बोलने वाले कलाकार एआर रहमान ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि संगीत लोगों को साथ लाने में मदद करेगा.

AR रहमान की नेटवर्थ

रहमान की नेटवर्थ की बात करें तो लाइफस्टाइल एशिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति करीब 1700 करोड़ रुपये के आस-पास है. रहमान एक सॉन्ग कम्पोज करने के लिए लगभग 3 करोड़ रुपये औऱ लाइव परफॉर्मेंस के लिए 1-2 करोड़ रुपये तक चार्ज करते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके पास भारत ही नहीं, अमेरिका के लॉस एंजेलिस और दुबई में भी घर है.

एआर रहमान के पास रॉल्स रॉयस की सेडान घोस्ट कार, BMW 7 Series, Audi Q7, Marcedes Benz S-Class, Rangerover जैसी लग्जरी कारें हैं. रहमान म्यूजिक कम्पोजिंग के अलावा म्यूजिक प्रोग्राम्स, एडवर्टाइजमेंट समेत अन्य माध्यमों से भी मोटी कमाई करते हैं. रहमान और उनकी पत्नी सायरा बानो के तलाक की खबर सुर्खियों में है और ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोंनो का तलाक मनोरंजन उद्योग में अब तक हुए सबसे महंगे तलाकों में से एक बन जाएगा.

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