कुछ लोग होते हैं जो तरक्की कितनी ही कर लें लेकिन अपनी मिट्टी का कर्ज उतारना नहीं भूलते...जोहो कॉर्पोरेशन के फाउंडर श्रीधर वेंबू का अमेरिका में सब कुछ बढ़िया चल रहा था. बिजनेस चमक रहा था. कंपनी चल पड़ी थी. चाहते तो अमेरिका में ऐशो-आराम के साथ जोहो चलाते रहते लेकिन उन्हें तो कुछ और ही धुन सवार थी अपने लोगों के लिए कुछ करना था. नौकरी, रोजगार देना था. श्रीधर वेंबू ने ऐसा गजब का फैसला लिया जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में रेयरेस्ट ऑफ रेयर है. एक दिन अमेरिका छोड़कर भारत लौट आए. भारत में भी आकर दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर में नहीं टिके. तमिलनाडु के चेन्नई के माथलमपराई गांव आकर बस गए. गांव में हजारों-करोड़ की कंपनी का ऑफिस खोल दिया. 500 लोगों को रोजगार मिल गया.
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श्रीधर वेंबू की कहानी गांव से अमेरिका पहुंचने, अमेरिका से गांव लौटने, अरबपति बनने, अरबपति बनकर डाउन टू अर्थ रहने की है. जितनी चर्चा जोहो की नहीं होती उससे कहीं ज्यादा हजारों-करोड़ की कंपनी के मालिक की सादगी की होती है. लक्जरी कार तो छोड़िए, किसी कार से भी नहीं चलते. इलेक्ट्रीकल थ्री वीलर या सायकिल से चलते दिखते हैं श्रीधर. किसी विला, मेंशन में नहीं, गांव के छोटे से घर में रहते हैं. एकदम देसी होकर. श्रीधर वेंबू की सादगी की कहानी अक्सर उन्हें चर्चा में बनाए रखती है लेकिन अब चर्चा में आए तो कारण जोहो कंपनी या उनका लाइफ स्टाइल नहीं है. तमिलनाडु के बेहद हॉट, पॉलिटिकल और सेंटीमेंटल इश्यू पर बोलकर श्रीधर चर्चा में भी आए और विवादों में भी. इसीलिए हमारे शो के चर्चित चेहरा बने हैं दुनिया की बड़ी कंपनी जोहो के मालिक श्रीधर वेंबू. चर्चित चेहरा में बताएंगे क्या है ये पूरा विवाद और बताएंगे क्या है श्रीधर की पत्नी से विवाद वाली वो कहानी जिसमें सालों पहले हुआ था बड़ा खेल...
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