नवादा में महादलितों की बस्ती जलाने के मामले पर छिड़ा जाति वाला बवाल, मांझी हुए 'शर्मा' तो लालू हुए 'पाल'
Nawada Fire: बिहार के नवादा जिले के कृष्णा नगर में गुरुवार को दलित बस्ती आग के हवाले कर दी गई. जानकारी के अनुसार जिसने बस्ती जलाई वो दलित समुदाय से है और पीड़ित महादलित समुदाय से है. अब इस पूरे मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है.
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Nawada Incident: बिहार के नवादा जिले के कृष्णा नगर में गुरुवार की रात एक महादलित बस्ती को जला दिया गया. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इस आगजनी में 80 से 100 लोगों के घर खाक हो गए. यह घटना जातीय तनाव और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच भड़क उठी. जिनपर बस्ती जलाने के आरोप हैं, वे दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं, जबकि पीड़ित महादलित समाज के हैं. इस आगजनी ने दलित और महादलित के बीच की खाई को और गहरा कर दिया है.
बस्ती में लगी आग के बाद से राजनीति गरमा गई है. जबकि पीड़ित लोग प्लास्टिक शीट के नीचे रहकर बारिश के बीच अपनी रातें गुजार रहे हैं, इस घटना को लेकर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रोटियां सेंकने में लगी हुई हैं. घटना की गंभीरता के बावजूद, जमीन के विवाद और आपराधिक मंशा को भांपने में विफल रही पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस वक्त पर मौके पर नहीं पहुंच सकी, लेकिन राजनीति ज़ोरों पर है.
मांझी ने RJD पर साधा निशाना
इस जातीय हिंसा को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने घटना का राजनीतिकरण कर दिया. उन्होंने घटना के पीछे आरजेडी समर्थकों का हाथ बताया. मांझी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि विपक्ष दलितों पर अत्याचार करवा रहा है और फिर उसी घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है. मांझी ने आरोपियों में 90% लोग एक विशेष जाति के होने का दावा किया और कहा कि वे आरजेडी के समर्थक हैं. उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी कि क्या वे इस मुद्दे पर बोलेंगे या चुप्पी साधे रहेंगे.
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तेजस्वी यादव का पलटवार
मांझी के आरोपों पर आरजेडी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जोरदार पलटवार किया. तेजस्वी ने मांझी का नाम बदलकर ‘जीतनराम शर्मा’ कहकर उन पर तंज कसा, यह संकेत देते हुए कि मांझी अब भूमिहार जाति के समर्थक हो गए हैं. इस बयान से जातीय राजनीति और भी गरमा गई और विवाद का केंद्र भूमिहार और यादव समुदाय के बीच आ खड़ा हुआ.
जातीय राजनीति हो रही तेज
जातीय राजनीति यहीं नहीं रुकी. मांझी ने भी जवाबी हमला करते हुए लालू यादव को ‘लालू पाल’ कहकर उनकी जाति पर निशाना साधा. मांझी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि लालू यादव अपनी जाति छुपा रहे हैं और उन्हें गर्व से अपनी जाति का नाम लेना चाहिए. उन्होंने लालू यादव को चुनौती दी कि वे भी गर्व से कहें कि वे ‘गरेड़ी’ हैं, जिस तरह मांझी खुद को ‘मुसहर’ कहते हैं.
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मांझी ने यह भी कहा कि बिहार में दलितों और मुसलमानों की जमीन पर कब्जा करने वाले लोग विपक्षी दलों के समर्थक रहे हैं. उन्होंने लालू यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने दलितों को लंबे समय तक दबा कर रखा है, लेकिन अब इसका करारा जवाब दिया जाएगा.
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नवादा अग्निकांड की पूरी कहानी
बुधवार की शाम नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर में हिंसा शुरू हुई. आरोप है कि कुछ लोगों ने गोलियां चलाईं और महादलित बस्ती में आग लगा दी. पीड़ित महादलित समाज से हैं, जिनकी जाति मांझी और रविदास है. जबकि मुख्य आरोपी नंदू पासवान, दलित समुदाय से है. अब इस घटना को दलित बनाम महादलित का रंग देने की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने मुख्य आरोपी नंदू पासवान समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
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