ईसाई ऑस्टिन ने नहीं पढ़ा कलमा, तो आतंकियों गोली से भूना...लेकिन मरने से पहले ऐसे बचाई पत्नी और बच्चों की जान!
Pahalgam Terrorists Attack: पहलगाम में आतंकी हमले में इंदौर के सुशील नथानियल की धार्मिक पहचान पूछकर हत्या कर दी गई, जबकि इस हमले में उनकी बेटी आकांक्षा घायल हो गईं. परिवार के अनुसार, सुशील को कलमा पढ़ने को कहा गया और ईसाई बताने पर गोली मार दी गई. अब परिवार ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में इंदौर के सुशील नथानियल की भी मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी आकांक्षा गोली लगने से घायल हो गई. परिवार की भाभी के अनुसार, आतंकियों ने सुशील को पहले घुटनों पर बैठाया और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया. जब सुशील ने अपना धर्म ईसाई बताया, तो आतंकियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया. इस हमले में सुशील की बेटी आकांक्षा के पैर में गोली लगी, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
सुशील की पत्नी जेनिफर और बेटे ऑस्टिन ने बताया कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया. सुशील ने अपनी पत्नी को साइड में जाने के लिए कहा, जिसके बाद आतंकियों ने उन पर गोली चला दी. ऑस्टिन के अनुसार, उनकी बहन आकांक्षा को सेना की गाड़ी से अस्पताल ले जाया गया, जहां गोली निकालकर पट्टी बांध दी गई. परिवार अब आकांक्षा का आगे का इलाज इंदौर में करवाएगा.
परिवार संग 4 दिन पहले गए थे घूमने
सुशील अलीराजपुर में LIC की सैटेलाइट शाखा में ब्रांच मैनेजर थे. वह चार दिन पहले पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा और बेटे ऑस्टिन के साथ कश्मीर घूमने गए थे. जेनिफर खातीपुरा के सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं, आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा में फर्स्ट क्लास ऑफिसर हैं, और ऑस्टिन बैडमिंटन चैंपियन हैं, जो बच्चों को ट्रेनिंग भी देते हैं. परिवार मूल रूप से जोबट का रहने वाला है.
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पार्थिव शरीर लाने की कवायद
सुशील की मौत की खबर मिलते ही इंदौर में शोक की लहर दौड़ गई. जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत उनके घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ संपर्क बनाए रखा गया है ताकि सुशील का पार्थिव शरीर बिना किसी असुविधा के इंदौर पहुंचाया जा सके. आकांक्षा की चोट को प्राथमिक रूप से मामूली बताया गया है, और उनकी स्थिति स्थिर है.
CM ने दिए सहायता के निर्देश
जिला प्रशासन ने कहा, "हम जम्मू-कश्मीर के स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं. सुशील जी का पार्थिव शरीर जल्द से जल्द इंदौर लाया जाएगा. घायल आकांक्षा की स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है." मुख्यमंत्री ने भी इस घटना पर गंभीरता से नजर रखने और परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं.
परिवार ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
परिजनों ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उनकी भाभी ने कहा, "ऐसे आतंकियों को बख्शना नहीं चाहिए. आज इन्होंने हमारे परिवार को निशाना बनाया, कल कोई और बेकसूर मारा जाएगा." यह घटना पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है.
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