UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, अब टॉप 3 में आकर गाड़ दिए झंडे, जानिए कौन हैं डोंगरे अर्चित पराग

संदीप कुमार

Archit Parag Dongre UPSC: में अर्चित पराग डोंगरे ने AIR-3 हासिल किया है. VIT वेल्लोर से बी.टेक करने के बाद, उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ी दी थी. फिलॉसफी को ऑप्शनल विषय सेलेक्ट कर उन्होंने इसमें 276 अंक हासिल किए हैं.

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

UPSC CSE Result 2024: संघ लोक सेवा आयोग ने UPSC CSE का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है. इसमें महाराष्ट्र पुणे के रहने वाले अर्चित पराग डोंगरे ने AIR-3 रैंक हासिल की है. बता दें कि अर्चित ने VIT वेल्लोर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है. इसके बाद उन्होंने एक साल आईटी फर्म में भी काम किया. लेकिन इसके बाद सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी. दर्शनशास्त्र (फिलॉसफी) को अपना वैकल्पिक विषय चुनकर अर्चित ने इस पेपर में 276 अंक हासिल किए, जो उनकी कड़ी मेहनत और रणनीति का नतीजा है.

सिविल सेवा का सपना

चहल एकेडमी को दिए मॉक इंटरव्यू में अर्चित ने बताया कि वे कुछ अलग और बड़ा करना चाहते थे इसलिए उन्होंने सिविल सेवा को चुना. वे कहते हैं, "मैं विदेश सेवा या सिविल सेवा में जाकर समाज के लिए काम करना चाहता हूँ. यह नौकरी मुझे विविधता और चुनौतियों से निपटने का मौका देगी." उनका मानना है कि सिविल सेवा में वे लोगों की जिंदगी पर सीधा असर डाल सकते हैं, जो आईटी नौकरी में संभव नहीं था.

निजी और सरकारी क्षेत्र की तुलना

अर्चित ने निजी और सरकारी क्षेत्र की खूबियों को बखूबी बताया. वे कहते हैं कि निजी क्षेत्र में काम का माहौल लचीला होता है और वरिष्ठों के साथ बातचीत आसान होती है. वहीं, सरकारी क्षेत्र में काम का असर बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचता है. वे कहते हैं, "सरकारी नौकरी में आप जमीनी स्तर पर बदलाव देख सकते हैं, जो बहुत संतोष देता है."

यह भी पढ़ें...

महिला सशक्तिकरण और सामाजिक बदलाव

अर्चित का मानना है कि महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक और आर्थिक मजबूती जरूरी है. वे कहते हैं, "महिलाओं को सिर्फ राजनीति में जगह देना काफी नहीं. उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से भी मजबूत करना होगा." वे स्वयं सहायता समूहों और पंचायतों में महिलाओं के लिए आरक्षण जैसे कदमों को सराहते हैं.


​​​​​​ये भी पढ़िए: UPSC Result 2024: हरियाणा की छोरी हर्षिता गोयल ने UPSC में रचा इतिहास, इनकी सक्सेस स्टोरी जान चौंक जाएंगे

तकनीक और पर्यावरण पर विचार

एक इंजीनियर होने के नाते अर्चित तकनीक और पर्यावरण के मुद्दों पर गहरी समझ रखते हैं. वे परमाणु ऊर्जा के कम इस्तेमाल के पीछे लागत, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय नियमों को कारण मानते हैं. साथ ही, वे डिजिटल तकनीक जैसे ब्लॉकचेन के जरिए चुनावी फंडिंग को पारदर्शी बनाने की वकालत करते हैं. वे कहते हैं, "डिजिटल लेनदेन से काले धन पर रोक लग सकती है."

माइंडफुलनेस और दर्शन

अर्चित माइंडफुलनेस का अभ्यास करते हैं और इसे जीवन में संतुलन लाने का जरिया मानते हैं. दर्शनशास्त्र के छात्र के तौर पर वे महात्मा गांधी के विचारों को आज भी प्रासंगिक मानते हैं. वे कहते हैं, "गांधी जी का अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का दर्शन आज भी असमानता को कम करने में मदद कर सकता है." वे पश्चिमी दार्शनिक हेगेल और भारतीय दार्शनिक शंकराचार्य से भी प्रेरित हैं, जो उन्हें निष्पक्ष और समावेशी सोच रखने में मदद करते हैं.

वैश्विक मंच पर भारत

अर्चित भारत को वैश्विक मंच पर उभरती ताकत मानते हैं. वे कहते हैं, "जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करना, रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास युद्ध में मानवीय मदद देना, और यूएन सुधारों की मांग करना भारत की जिम्मेदार भूमिका दिखाता है." वे भारत को एक ऐसी शक्ति मानते हैं जो समानता और शांति की वकालत करती है.

कृषि और पानी की कमी का समाधान

अर्चित ने पानी की कमी जैसे मुद्दों पर भी अपने विचार रखे. वे कहते हैं, "वर्षा जल संचयन, स्मार्ट कृषि और फसलों में विविधता लाना पानी की कमी को कम कर सकता है." वे बाजरा जैसी कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देने की बात करते हैं.

ये भी पढ़िए: UPSC Result 2024: प्रयागराज की शक्ति दुबे ने किया UPSC टॉप, जानें उनके सफलता की पूरी कहानी

यहां देखें वीडियो:

    follow on google news
    follow on whatsapp