अटारी बॉर्डर बंद होने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान होगा?
Attari Border Affect Pakistan Economy: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापार का मुख्य रास्ता, अटारी बॉर्डर, बंद कर दिया है. इस फैसले पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर कितना असर पड़ेगा, देखिए...
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Attari Border Affect Pakistan Economy: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापार का मुख्य रास्ता, अटारी बॉर्डर, बंद कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया. विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू होगा.
अटारी बॉर्डर, पाकिस्तान की तरफ वाघा बॉर्डर, दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए सबसे महत्वपूर्ण जमीनी मार्ग है. भारत इस रास्ते से पाकिस्तान को सोयाबीन, मुर्गे का दाना, सब्जियां, प्लास्टिक और लाल मिर्च जैसी चीजें भेजता है. वहीं, पाकिस्तान से सूखे मेवे, खजूर, नमक और सीमेंट जैसे सामान भारत आते हैं.
2023-24 में कितना व्यापार हुआ?
हालांकि, पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच व्यापार में गिरावट आई है. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल अटारी-वाघा कॉरिडोर से लगभग 3,886.53 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था. इस रास्ते से हजारों ट्रक और लाखों लोग भी सीमा पार करते थे.
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छोटे व्यापारी को होगा नुकसान
अब बॉर्डर बंद होने से छोटे व्यापारियों और रोजमर्रा के सामान का कारोबार करने वाले उद्योगों को सबसे ज्यादा परेशानी होगी. खासकर वे व्यापारी जो अफगानिस्तान से होकर आने वाले सामान पर निर्भर हैं, उनके लिए यह फैसला एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि अफगानी सामान भी पाकिस्तान के रास्ते अटारी बॉर्डर से ही भारत आता है.
सरकार ने यह साफ किया है कि वैध दस्तावेजों के साथ पाकिस्तान गए लोग 1 मई 2025 तक इसी रास्ते से वापस आ सकते हैं. लेकिन इसके बाद इस रास्ते से आवाजाही पूरी तरह से बंद हो जाएगी, जिसका सीधा असर दोनों देशों के व्यापार पर पड़ेगा.