लोकसभा चुनाव के लिए BJP का नया फॉर्म्युला रेडी! 50% वोट शेयर की वैतरणी यूं पार करने की तैयारी
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी का आत्मविश्वास बढ़ गया है. आगामी चुनाव में बीजेपी 50 फीसदी वोट शेयर पाने पर नजर बनाए हुए है.
ADVERTISEMENT
Lok Sabha Election 2024: देश में अगले लोकसभा चुनावों के लिए अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार तीसरी बार जीत का टारगेट बनाकर मैदान में उतरी है. वैसे उसके सामने संयुक्त विपक्ष एक बड़ी चुनौती है, जिसने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) बनाया है. विपक्षी गठबंधन अभी सीट शेयरिंग को लेकर एक राय बनानी की कोशिश कर रहा है, जबकि इस मामले में बीजेपी थोड़ा तेजी दिखाती नजर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी जनवरी के अंत या फरवरी के पहले हफ्ते में अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की घोषणा कर सकती है. इस बार बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में 50 फीसदी से अधिक वोट शेयर हासिल करने का लक्ष्य बनाया है. इसके लिए एक अलग फॉर्म्युले पर काम किया जा रहा है.
माना जा रहा है कि, बीजेपी अपनी पहली सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह के नाम और सीटों का ऐलान कर सकती है. पिछले चुनाव में भी बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा इसी तरह की थी. उस समय भी पार्टी की पहली सूची में पीएम मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह के नामों का ऐलान किया गया था.
2019 से ज्यादा सीटों पर बीजेपी लड़ सकती है चुनाव
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी का आत्मविश्वास बढ़ गया है. आगामी चुनाव में बीजेपी 50 फीसदी वोट शेयर पाने पर नजर बनाए हुए है. इसी के तहत पार्टी 2019 की तुलना में 2024 के लोकसभा चुनावों में अधिक सीटों पर लड़ने की योजना में है. बीजेपी ने 2019 में लोकसभा की कुल 543 सीटों में से 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था. पार्टी को 303 सीटों पर जीत मिली थी. 133 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था.
70 पार उम्र के नेताओं के कट सकते हैं टिकट
सूत्रों के मुताबिक बात ये भी चल रही है कि बीजेपी इस बार 70 साल से ज्यादा उम्र और तीन या अधिक बार जीते सांसदों को टिकट ना देने की पॉलिसी बना रही है. वैसे निश्चित तौर पर इस नीति के अपवाद भी होंगे क्योंकि पीएम मोदी, राजनाथ सिंह जैसे नेता खुद 70 वर्ष की उम्र के पार हैं. वैसे आम तौर पर ये नियम लागू हुआ तो इसके मायने ये हैं कि पार्टी का दांव ज्यादा से ज्यादा से नए चेहरों पर होगा. कर्नाटक जैसे राज्य में तो पार्टी सारे नए चेहरे उतारने जैसे दांव पर भी विचार कर रही है. नए चेहरों को आगे करने कि बीजेपी की ये रणनीति का उदाहरण हाल ही में हमने देखा, जब छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद तीनों राज्यों में नए चेहरे मुख्यमंत्री के रूप में देखने को मिले.
ADVERTISEMENT
हार या कम मार्जिन वाली सीटों पर रहेगी नजर
बीजेपी की पहली लिस्ट में 164 सीटों पर नामों के ऐलान की उम्मीद की जा रही है. पहली लिस्ट में हाई प्रोफाइल नामों के साथ ही उन सीटों को भी शामिल किया जाएगा, जहां पार्टी को हार मिली थी. इसके साथ ही पार्टी उन सीटों पर भी फोकस करेगी, जहां पिछले चुनाव में जीत का अंतर कम रहा था. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के कार्यकर्ता ऐसी सीटों पर पिछले दो सालों से संगठन को मजबूत करने में लगातार लगे हुए हैं और अगले चुनाव में इन सीटों के भी परिणाम बदलने की उम्मीद में हैं.
इनपुट- हिमांशु मिश्रा
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT