मध्य प्रदेश में लिस्ट क्या आई अपने ही बन गए बीजेपी और कांग्रेस के लिए संकट!
गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पूर्वमुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के पुतले जलाए. वहीं दिग्विजय की फोटो को जूते मारे और गोबर भी पोत दिया.
ADVERTISEMENT
विधानसभा चुनाव 2023ः मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी औऱ कांग्रेस दोनों ने ही लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. दोनों ही पार्टियों में टिकट न मिलने वाले नेताओं के समर्थकों में असंतोष है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया है. केंद्रीय नेताओं का घेराव तक हुआ है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी अपने वरिष्ठ नेताओं के पुतले जलाए हैं. कांग्रेस में 45 सीटों पर विरोध, तो 5 सीटों पर सीधी बगावत नजर आ रही है. बीजेपी में 22 सीटों पर विरोध, तो 6 सीटों पर सीधी बगावत है.
बीजेपी के अंदर विरोध
जबलपुर बीजेपी संभागीय कार्यालय पर तो केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को ही कार्यकर्ताओं ने घेर लिया. गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भूपेन्द्र यादव की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी को पीट दिया. वह तब बच सका जब उसने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकालने की कोशिश की. भूपेन्द्र यादव को कुछ कार्यकर्ताओं को घेरकर सुरक्षा देनी पड़ी. भूपेंद्र यादव मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान समिति के प्रभारी हैं. उधर, ग्वालियर में अपने नेता का टिकट कटने पर कार्यकर्ता केन्द्रीय मंत्री सिंधिया की कार के सामने लेट गए. कार्यकर्ताओं को समझाने के लिए सिंधिया को उन्हीं के साथ जमीन पर बैठना पड़ा.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी फूट रहा है गुस्सा
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया है. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पूर्वमुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के पुतले जलाए. वहीं दिग्विजय की फोटो को जूते मारे और गोबर भी पोत दिया. कमलनाथ के बंगले के बाहर भी समर्थकों ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास किया. पीसीसी कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की गई है. नाराज उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं.
ADVERTISEMENT
कई उम्मीदवारों ने टिकट न मिलने पर पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. दोनो दलों के शीर्ष नेताओं का कहना है कि विरोध तो स्वाभाविक ही है. टिकट सबको नहीं दिया जा सकता. उनका कहना है कि सरकार आने पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का सारा गुस्सा शांत हो जाएगा और वह वापस आ जाएंगे
ADVERTISEMENT