Rajasthan कैबिनेट में बदलाव की सुगबुगाहट तेज, जुड़ेंगे नए चेहरे या बदलेंगे विभाग?
पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था. यहां मुख्यमंत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

कैबिनेट में बदलाव के पीछे बीजेपी में अंदरुनी कलह?

किरोड़ी मीणा के इस्तीफे का ऑफर और प्रेम चंद बैरवा से जुड़े विवाद भी तो वजह नहीं?
राजस्थान में कैबिनेट बदलाव को लेकर चर्चा काफी तेज हो गई है. माना जा रहा है कि राजस्थान में उपचुनाव से पहले ही ये बदलाव हो जाएंगे. बताया जा रहा है कि बीजेपी में अंदरुनी कलह के अलावा कुछ नेताओं के विवादों में आने के कारण ऐसा एक्शन लिया जा सकता है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये बदलाव प्रदेश में उपचुनाव से पहले हो सकता है. ये फैसला तब लिया गया जब पार्टी के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देने ऑफर दिया फिर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा कुछ विवादों में आ गए. इसके अलावा बीजेपी के कुछ विधायक भी अपने ही मंत्रियों के खिलाफ गंभीर टिप्पणी करते हुए भी देखे गए.
इधर पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था. यहां मुख्यमंत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की. मुलाकात की तस्वीरें भी मीडिया में आई थीं और ये चर्चा होने लगी थी कि ये मुलाकात तो अनायास ही नहीं है. इसके सियासी मायने निकाले जाने लगे थे.
एक संभावना ये भी
एक बीजेपी नेता ने बताया कि पार्टी नेतृत्व चाहता है कि मुख्यमंत्री राजस्थान में सेवाओं का वितरण और शासन पर फोकस करें. बीजेपी नेता का दावा है कि फिलहाल कैबिनेट में कोई बड़ा फेरबदल नहीं होने वाला है. हालांकि उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि उपचुनाव के बाद कैबिनेट में कुछ अनुभवी चेहरों को जोड़ा जा सकता है और कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियो को बदला जा सकता है.
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ध्यान देने वाली बात है कि महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ ही प्रदेश की खाली विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हो सकता है. राजस्थान में सलूम्बर, रामगढ़, खींवसर, झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा और चौरासी सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
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