बागेश्वर धाम में 251 आदिवासी दुल्हनों को लेने घोड़ी पर निकले दूल्हे, आशीर्वाद में राष्ट्रपति मुर्मू ने दिया ये सबकुछ
सुमित पांडेय
26 Feb 2025 (अपडेटेड: Feb 26 2025 6:55 PM)
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम में महाशिवरात्रि के अवसर पर सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया. 251 जोड़ों के विवाह कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दूल्हा-दुल्हनों को आशीर्वाद दिया. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि संतों ने महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाया है. देश अब महिला-विकास से महिला-नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ रहा है.
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बागेश्वर धाम में सामूहिक विवाह समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 251 आदिवासी कन्याओं को आशीर्वाद दिया. आशीर्वाद में दूल्हे को शूट और दुल्हन को साड़ी भेंट की है.


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राष्ट्रपति मुर्मू ने अपनी ओर से सभी दुल्हनों को साड़ी और दूल्हों को सूट भेंट कर आशीर्वाद दिया. राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संतों ने महिलाओं का सम्मान बढ़ाने की दिशा में बड़ा काम किया है.
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महाशिवरात्रि के अवसर पर बागेश्वर धाम में भव्य विवाह समारोह हुआ, जिसमें 251 निर्धन कन्याओं का विवाह हुआ. इसमें दूल्हे घोड़ी में चढ़कर आए.


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बुंदेलखंड में सामाजिक बदलाव की पहल, 251 दूल्हों की बारात घोड़ी पर निकाली गई. इसके बाद मंच पर दुल्हनें आईं और दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला डाली.
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल मंगू भाई पटेल और सीएम मोहन यादव ने विवाह समारोह की शोभा बढ़ाई. सीएम मोहन यादव ने राज्य सरकार की तरफ से दूल्हा-दुल्हन को 51 हजार रुपये देने का ऐलान किया.


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बागेश्वर धाम की ओर से नवविवाहित जोड़ों को 63 प्रकार की घरेलू सामग्री भेंट की गई है, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का काम किया गया.
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आदिवासी दुल्हनों ने कहा- "हमारे लिए कोई नहीं सोचता, बागेश्वर धाम ने हमारे सपने पूरे किए." देश की राष्ट्रपति उन्हें आशीर्वाद देने पहुंचीं.


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राष्ट्रपति मुर्मू ने विवाह समारोह के बाद बागेश्वर धाम में भगवान हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की.
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